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इंदौर वैक्सीनेशन 5 केंद्रों पर टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू; फोकल पाइंट तक पहुंची वैक्सीन, एमवाय अस्पताल में बंटे टोकन, मंत्री सिलावट ने टीका लगवाने वालों से की बात

 


कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाए जाने के चरणबद्ध अभियान की शुरुआत शनिवार से हो गई। पांच टीकाकरण केंद्रों पर सुबह 9 बजे से टीका लगने की प्रक्रिया शुरू हुई। सबसे पहले टोकन बांटे गए। वहीं, मंत्री तुलसी सिलावट ने एमवाय पहुंचकर टीका लगवाने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से बात की। रोजाना 100-100 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाया जाएगा। हफ्ते में चार दिन टीकाकरण होगा।

क्षेत्रीय वैक्सीन भंडारण केंद्र से वैक्सीन लेकर सुबह दाे कर्मचारी पुलिस सुरक्षा में सुबह 8 बजे सभी 5 सेंटरों के लिए रवाना हुए। इनके पास दो बॉक्स थे, इसमें से एक बॉक्स में वैक्सीन के 100 डोज जबकि दूसरे बॉक्स में आइस पैक थे। सुबह 8 बजकर 28 मिनट पर एमवाय अस्पताल के फोकल पाइंट तक सुरक्षित तरीके से वैक्सीन को पहुंचाया गया। इसके पहले पूरे एरिए को सैनिटाइज करवाया गया।

अस्पताल के डीन खुद सुबह से मौके पर पहुंच गए और तैयारियों का जायजा लिया। मंत्री तुलसी सिलावट भी एमवाय अस्पताल पहुंचे। देशभर में हो रहे टीकाकरण का लाइव टेलीकास्ट एमवाय अस्पताल में हो रहा है। इसी के जरिए प्रधानमंत्री टीका लगवाने वालों से बात करेंगे। जहां पर टीकाकरण हो रहा है, उस पूरे एरिए को सजाया गया है।

स्वास्थ्यकर्मियों में भी सबसे पहले अस्पतालों के सफाई कर्मियों को वैक्सीन लगाया जा रहा है। इसके अलावा शहर के कई वरिष्ठ डॉक्टर्स भी पहले ही दिन यह वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं। जिनमें प्रमुख रूप से एमजीएम मेडिकल कॉलेज डीन डॉक्टर संजय दीक्षित, सीएमएचओ डॉक्टर पूर्णिमा गडरिया, सिविल सर्जन डॉक्टर संतोष वर्मा, डॉक्टर अर्चना वर्मा, डॉक्टर रवि डोसी, डॉक्टर एके पंचोनिया, डेंटल कॉलेज के पूर्व डीन डॉक्टर बीएम श्रीवास्तव, डॉक्टर आरके सोडानी, डॉक्टर संजय गुजराती सहित के नाम सामने आए हैं।

टीकाकरण की औपचारिक शुरुआत स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से की जा रही है, ताकि कोविड-19 के खिलाफ जंग के मोर्चे पर उनके अहम योगदान को सम्मानित किया जा सके। सबसे पहले 15 हजार स्वास्थ्यकर्मियों को ही वैक्सीन लगेगी। उन्हें पूरे दो डोज देने के बाद अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को इसमें लिया जाएगा।

प्रभारी सीएमएचओ डॉ. पूर्णिमा गडरिया ने बताया कि एमवायएच के अलावा अरबिंदो मेडिकल कॉलेज, बॉम्बे हॉस्पिटल, राजश्री अपोलो हॉस्पिटल, ईएसआई अस्पताल को भी टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को यह वैक्सीन लगाया जा रहा है। पहले दिन सफाई कर्मियों के साथ-साथ डॉक्टर्स व नर्सों को भी बुलवाया गया है। प्रति व्यक्ति को 0.5 एमएल का डोज दिया जाएगा। 28 दिन के अंतराल पर यह वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन को 2 डिग्री से 8 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर रखा जाएगा।

यदि कोई इनकार करेगा तो नहीं लगाएंगे वैक्सीन

डॉ. गडरिया ने बताया कि वैक्सीन सिर्फ उन्हीं लोगों को लगाया जाएगा, जिनका कोविन-एप्प पर रजिस्ट्रेशन हो चुका है। पात्र लाभार्थियों को एक दिन पहले ही एसएमएस भेजकर सेंटर व समय की जानकारी दी जाएगी। वैक्सीन लगवाने के पहले फोटोयुक्त परिचय पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। एक केंद्र पर सात कर्मचारी और एक सुपरवाइजर हैं। इस पर आठ लोगों का स्टाफ एक सेंटर पर मौजूद है। वैक्सीन लगवाने के बाद 30 मिनट तक वहीं रुकना है, ताकि डॉक्टर्स की टीम निगरानी रख सके।

लाभार्थी आने पर खुलेगा एक वायल
यह भी तय किया गया है कि एक साथ दस स्वास्थ्यकर्मियों के आने के बाद एक वॉयल खोली जाएगी। एक वॉयल में दस लोगों को वैक्सीन लगाया जा सकेगा। ऐसा बताया जा रहा है कि एक वॉयल खुलने के चार घंटे बाद उसका उपयोग नहीं किया जा सकेगा। इसलिए आठ से दस लोगों के आने का इंतजार किया जाएगा।


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