Header Ads Widget

Responsive Advertisement

उम्मीद जागी:फ्रेंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड की बंद स्कीमों में फंसे 1200 निवेशकों के 500 में से 300 करोड़ लौटाएंगे

 

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कंपनी ने मंगलवार से ही निवेशकों को राशि वापस करने का संदेश भेज दिया है। (प्रतिकात्मक फोटो)
  • डेट निवेश में राशि फंसने के बाद बंद हो गई थी स्कीम

कोरोना काल के दौरान म्यूचुअल फंड कंपनी फ्रेंकलिन टेंपलटन द्वारा बंद की गई छह क्रेडिट फंड स्कीमों में इंदौर के 1200 से ज्यादा निवेशकों की 500 करोड़ से ज्यादा राशि उलझ गई थी। इसे अब मिलने का रास्ता साफ हो गया है।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कंपनी ने मंगलवार से ही निवेशकों को राशि वापस करने का संदेश भेज दिया है। हालांकि राशि पूरी नहीं मिल रही है और माना जा रहा है कि कंपनी ने जो फॉर्मूला तैयार किया है, उससे करीब 300 करोड़ रुपए वापस मिल जाएंगे। कंपनी ने कोरोना काल के दौरान डेट निवेशकों को झटका देते हुए छह स्कीम को बंद करने की घोषणा कर दी थी।

इनमें फ्रैंकलिन इंडिया लो ड्यूरेशन फंड, फ्रेंकलिन इंडिया डायनामिक एक्रुअल फंड, फ्रेंकलिन इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड, फ्रेंकलिन इंडिया शॉर्ट टर्म इनकम प्लान, फ्रेंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट बॉन्ड फंड और फ्रेंकलिन इंडिया इनकम ऑपरच्युनिटीज फंड शामिल हैं। निवेशकों के राशि निकालने पर भी रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने स्कीम बंद करने पर मुहर लगाकर कंपनी को राशि लौटाने के आदेश दे दिए। देशभर के निवेशकों के इन स्कीमों में नौ हजार करोड़ से अधिक लगे हुए हैं।

फंड उद्योग की आठवीं सबसे बड़ी कंपनी : फ्रेंकलिन टेंपलटन देश के म्यूचुअल फंड उद्योग की 44 कंपनियों में से आठवें क्रम की सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका कुल एयूएम 11.6 लाख करोड़ रुपए है। कंपनी की ओर से जारी प्रेस बयान के मुताबिक उपरोक्त स्कीमों के अलावा अन्य सभी फंड, इक्विटी, डेट और हाइब्रिड इस फैसले से प्रभावित नहीं होंगे।

यह है डेट स्कीम निवेश : कंपनी निवेशकों की राशि अन्य कंपनियों, ग्रुपों को ब्याज पर लोन के रूप में देती है, मिले हुए ब्याज को निवेशकों में वितरित कर देती है। लेकिन जब राशि, ब्याज लौटकर नहीं आता और कंपनी डिफॉल्ट हो जाती है तो निवेश करने वाली कंपनी की स्कीम उलझ जाती है।

निवेशक का दर्द; मैं पांच साल पीछे चला गया, अब राहत मिली

आईटी कंपनी में कार्यरत सर्वेश कुमरावत ने कहा कि मैंने नौकरी लगने के साथ ही कुछ राशि बचाकर इन स्कीमों में लगाना शुरू की थी। मेरी तो पूरी बचत ही इसमें लग गई थी। दस माह से परेशान था कि कुछ मिलेगा कि नहीं। बस इतनी राहत है कि कुछ तो मिल रहा है।

निवेशकों को डेट फंड में निवेश करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। पिछले रिटर्न देख निवेश नहीं करें। इन स्कीमों में मूल राशि और ब्याज रिस्क में होते हैं। फंड का पोर्टफोलियो व औसतन मैच्योरिटी देखना चाहिए।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ