- दो साल में 15 किमी हिस्से में काम हो चुका है।
इंदौर-देवास-उज्जैन लाइन (ट्रैक) डबलिंग में रेलवे ने देवास-उज्जैन के बीच पहले काम शुरू किया। दो साल में 15 किमी हिस्से में काम हो चुका है। हालांकि जानकारों का कहना है कि रेलवे ने यहां बड़ी गलती की। इंदौर-देवास के बीच ट्रैक पर दबाव 140 फीसदी है लेकिन यहां अब तक काम ही शुरू नहीं हुआ। दूसरी ओर देवास-उज्जैन के बीच ट्रैक पर तो महज 80 फीसदी दबाव है।
प्राथमिकता से इंदौर-देवास के बीच डबलिंग का काम किया जाना चाहिए था। इससे रेलवे को ज्यादा फायदा होता। इंदौर-देवास-उज्जैन लाइन डबलिंग का काम दो साल पहले शुरू हुआ था। 600 करोड़ रुपए की लागत के इस काम में अब तक 80 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हो चुके हैं। हालांकि इस सेक्शन में काम को लेकर काफी सवाल उठे? रेलवे पैसेंजर एमीनिटीज कमेटी के पूर्व सदस्य नागेश नामजोशी के अनुसार इंदौर-देवास के बीच प्राथमिकता से काम होना था। इस ट्रैक पर दबाव ज्यादा है। दोनों ओर से काम शुरू करने की जरूरत है।
- 600 करोड़ का कुल प्रोजेक्ट, 80 करोड़ से ज्यादा खर्च हो चुके
- 15 किमी काम हुआ देवास-उज्जैन के बीच,80% दबाव है देवास-उज्जैन ट्रैक पर
बजट भी बढ़वाएंगे, ताकि काम जल्द हो
सांसद शंकर लालवानी ने कहा इंदौर-देवास के बीच ट्रैक डबलिंग का काम जल्द शुरू किया जाए, इसके लिए रेलवे अधिकारियों से भी चर्चा हो चुकी है। हम चाहते हैं दोनों ओर से काम शुरू हो। वहीं, इंदौर-देवास-उज्जैन डबलिंग लाइन को लेकर अतिरिक्त बजट मिलेगा, इसे लेकर भी अधिकारियों से चर्चा हुई है।
0 टिप्पणियाँ