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इन्दौर 22 फरवरी। संगीत सरिता समूह द्वारा इंदौर प्रेस क्लब के सभागृह में म्यूजिकल कार्यक्रम आयोजित किया गया

 ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे...

संगीत संध्या की प्रस्तुति ने दिल को छू लिया
इन्दौर 22 फरवरी। संगीत सरिता समूह द्वारा इंदौर प्रेस क्लब के सभागृह में म्यूजिकल कार्यक्रम आयोजित किया गया। वैसे तो गायकों ने गीतों की प्रस्तुतियां कराओके के जरिए दी लेकिन दो कलाकारों ने साज को ही आधार बनाकर गीतों को आवाज दी। प्रस्तुति ने दिल को छू लिया और श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। साथ ही कोरोना से बचाव और इसकी गाइडलाइन पालन करने का संदेश भी दिया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। इसके बाद विसलिंग में अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर चुके कलाकार जगदीश शाह ने विसलिंग और माउथ आर्गन के जरिए धुनें सुनाईं। विसलिंग कर इन्होंने गीत 'दिल तो पागल है' और लाखों हैं निगाह में सुनाया तो माउथआर्गन पर फिल्म शोले का गीत ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे पेश किया। साज को ही गीत की मुख्य आवाज बनाते हुए चिरायु मेहता ने पहले कई गीतों को एकाकार करते हुए धुन सुनाई। इसके बाद 'मैं तेनु समझावा' गीत की धुन पेश की। इस उभरते कलाकार को सम्मानित भी किया गया। जब सिलसिला गायकी का शुरू हुआ तो इसमें भी जगदीश शाह ने गीत पेश कर वाहवाही लूट ली। उन्होंने नखरे वाली, तेरी प्यारी-प्यारी सूरत को, ये दिल न होता बेचारा गीत सुनाए। दीपक शर्मा ने मोहम्मद रफी और किशोर कुमार के गीत सुनाए। दीपक शर्मा ने तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शमिल है, कहीं दूर जब दिन ढल जाए, प्यार दीवाना होता है, आपके हसीन रुख पे आज नया नूर है गीत सुनाए तो पूरा सभागृह तालियों से गूंज उठा। विनोद नागर ने जीवन के दिन छोटे सही, चला जाता हूं किसी की धुन में, प्यार चाहिए मुझे जीने के लिए, क्या हुआ तेरा वादा जैसे गीत पेश किए। हर्ष मेहता ने आज से पहले आज से ज्यादा, इक दिन बिक जाएगा, थोड़ा प्यार चाहिए गीत सुनाए। इन गीतों में भी जोरदार समां बांधा।

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