- वैक्सीनेशन : को-मॉर्बिड वालों को अप्रैल में लग सकता है टीका
16 जनवरी को जिले में कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लगने की शुरुआत हुई थी। पहले दिन जिले के 214 हेल्थ केयर वर्कर्स ने वैक्सीन लगवाई थी। सोमवार को 375 हेल्थ वर्करों ने पहली डोज लगी। जबकि दूसरी डोज के लिए 547 को मैसेज भेजे गए थे। उनमें से 238 पहुंचे। दूसरी डोज लगवाने के बाद डॉक्टर्स ने अपने अनुभव साझे करते हुए कहा कि उन्होंने 16 जनवरी को पहली डोज लगवाई थी। लगभग 4 हफ्ते
बीतने के बाद भी उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं है। वहीं, अब जहां उन्हें दोनों डोज लग चुकी हैं ऐसे में 15 दिनों बाद उनकी एंटीबॉडी विकसित हो जाएंगी और वो कोविड-19 की चेन को तोड़ने और इसे आगे फैलने से रोकने में मदद कर सकेंगे। दूसरी डोज लगवाना जरुरी है लेकिन 28 दिनों बाद लाभार्थी अपनी सहूलियत के अनुसार लगा सकते हैं। उनका लिंक तब तक एक्टिव रहेगा जब तक वो दूसरी डोज नहीं लगवाते। लेकिन माहिरों के अनुसार सही समय 28 दिनों बाद है ऐसे में समय पर एंटीबॉडी विकसित होंगी।
14 दिन बाद होगी एंटीबॉडी विकसित : डॉ. गुलाटी
खन्ना के पूर्व एसएमओ डॉ. राजिंदर गुलाटी ने वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई। उन्होंने कहा कि दूसरी डोज के 14 दिनों बाद उनकी एंटीबॉडी विकसित हो जाएंगी। ऐसे में कोरोना की चेन टूटने में मदद मिलेगी। डीएमसी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. बिश्व मोहन ने कहा कि उन्होंने कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगवा ली है। उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा है। जगराओं के एसएमओ डॉ. प्रदीप मोहिंद्रा ने बताया कि 16 जनवरी को उन्होंने पहली डोज लगवाई थी, दूसरी डोज के बाद भी वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
सर्वे की लिस्टें जिला सेहत विभाग ने मांगी- जिले में को-मॉर्बिड कंडीशन वाले 50 से कम और 60 साल से ज्यादा उम्र के आम लोगों को अप्रैल से वैक्सीन लग सकती है। सूत्रों के अनुसार अभी इसकी आधिकारिक गाइडलाइंस नहीं आई हैं। लेकिन जिला सेहत विभाग द्वारा अपने स्तर पर तैयारी की जा रही है। ताकि वैक्सीनेशन से पहले से ही सारी लिस्टें तैयार हों और लाभार्थियों को वैक्सीन लग सके। जिला सेहत विभाग द्वारा सभी सीनियर मेडिकल अफसरों से जुलाई, 2020 में को-मॉर्बिड कंडीशन वाले मरीजों के करवाए गए सर्वे की लिस्टें मंगवाई गई हैं। ताकि एक अंदाजा हो सके कि कितने लोगों को वैक्सीन लगेगी।
कोरोना अपडेट : 37 नए पाॅजिटिव, एक मौत: सोमवार को 37 नए संक्रमित पाए गए। इनमें से 26 मरीज लुधियाना और 11 दूसरे जिलों व राज्यों से संबंधित हैं। एक मरीज की मौत हुई जो संगरूर से संबंधित है। 32 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। लुधियाना के अब तक 26366 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। 25028 मरीज रिकवर हो चुके हैं। 1018 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 320 एक्टिव केस हैं। अन्य जिलों व राज्यों से 4052 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। 29 एक्टिव केस हैं और 489 मरीजों की मौत हो चुकी है। सोमवार को 1779 सैंपल्स लिए गए, 1248 सैंपल्स की रिपोर्ट आना बाकी है। सोमवार को पक्खोवाल ब्लॉक के स्कूलों में भी अध्यापकों व स्टूडेंट्स के सैंपल्स िलए गए।
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