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3 घंटे कांग्रेस का कलेक्टोरेट में अतिक्रमण:4 दिन पहले भाई का ढाबा तोड़ा तो 3 विधायक, महिला कार्यकर्ता के साथ कलेक्टोरेट घेरने पहुंच गए जिलाध्यक्ष

 

कलेक्टर कार्यालय के चैनल गेट पर प्रदर्शन करते कांग्रेसी।
  • पहले महिला नेता घुसी कलेक्टारेट में, चार थानों की पुलिस रही मौजूद

चार दिन पहले भाई का ढाबा प्रशासन ने पीथमपुर में गिरया तो पूरी कांग्रेस को लेकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंदसिंह गौतम कलेक्टोरेट को घेरने पहुंच गए। यहां तीन विधायक के साथ ही युवक कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सहित कई बड़े नेता साथ थे। जिलाध्यक्ष ने प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया।

जिला कांग्रेस कमेटी ने आंदाेलन किया। पहले सभा में भाजपा काे आड़े हाथाें लिया। फिर रैली के माध्यम से विराेध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के आंदाेलन काे देखते हुए पुलिस ने कलेक्टाेरेट परिसर में बड़ी संख्या में चार थानाें का पुलिस बल तैनात किया, सख्त बैरिकेटिंग की गई। बावजूद कांग्रेसी पुलिस काे चकमा देकर मुख्य गेट धकेलकर कलेक्टर कार्यालय के चैनल गेट तक पहुंच गए। सामने से भीड़ आती देख कर्मचारियाें ने ताबड़ताेड़ चैनल गेट बंद कर दिए। कांग्रेसियाें ने गेट पर प्रदर्शन किया, फिर कलेक्टर के नाम एसडीएम सत्यनारायण दर्राे काे ज्ञापन साैंपा।

इधर आंदाेलन में शामिल हुए मप्र युकां अध्यक्ष डाॅ. विक्रांत भूरिया ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चाैहान के खिलाफ कहा- शिवराज जब भी डरता है पुलिस काे आगे करता है और अब पटवारी और तहसीलदाराें काे आगे किया जा रहा है। दूसरी तरफ भास्कर से चर्चा में कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालमुकुंदसिंह गाैतम ने दाे दिन में भाजपाईयाें के अतिक्रमण की सूची जारी करने का दावा किया है। प्रदर्शन में पूर्व कैबिनेट मंत्री व गंधवानी विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल, सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल, धरमपुरी विधायक पाचीलाल मेड़ा, मुजीब कुरैशी सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

कांग्रेस : मुगालते में मत रहना भाजपा वालाें, जाे दिया है, वाे सूत समेत वापस देंगे: भूरिया
युकां के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने भाजपा काे जमकर आड़े हाथाें लिया। उन्हाेंने सबसे पहले यही कहा कि हम जब सत्ता में आएंगे तब भाजपा वालाें जाे तुमने हमें दिया है, वाे सूत समेत वापस देंगे। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चाैहान के खिलाफ भूरिया ने कहा कि इनसे कांग्रेस वाले ताे परेशान है ही, बीजेपी वाले और प्रशासन भी परेशान है। थाेड़े ही दिनाें में इनका तख्तापलट हाेने वाला है। ये शिवराज जब भी डरता है पुलिस काे आगे करता है और अब ये इतने ज्यादा डर गए है कि पटवारी और तहसीलदाराें काे आगे कर रहे हैं। आपकी सरकार में हमारे जिन कार्यकर्ताओं की अंगुलिया कटी है, एक-एक अंगुली का हिसाब लिया जाएगा।

भाजपा: आराेप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांककर देखे कांग्रेसी: भाजपा विधायक
भाजपा विधायक नीना वर्मा ने बताया जिन्हाेंने चाैथी बार सरकार बनाई है, अगर वे डरपाेक हाेते ताे जनता उनका साथ ही नहीं देती। पहले ताे मैं कांग्रेसियाें के ऐसे आराेपाें पर कमेंट्स करना ही नहीं चाहती। मगर हमारी सरकार पर आराेप लगाने से पहले वे अपने गिरेबान में झांककर देखे। इन्हाेंने 15 महीनाें में जाे किया उससे अंदाजा लगा लीजिए कि इनकी सरकार में कैबिनेट मंत्रियाें ने पद छाेड़ दिए। अगर ये भाजपा के विधायकाें और मंत्रियाें काे काले झंडे दिखाने का आह्वान कर रहे है, ताे उसका विजन भी बताएं। दूसरी तरफ कांग्रेस जिलाध्यक्ष दाे दिन में अगर सूची जारी करने का दावा कर रहे हैं। ताे वे ये भी बताएं कि कांग्रेसियाें ने कहां-कहां अतिक्रमण कर रहे हैं। जनता भी ताे जाने की सच क्या है।

दाे दिन में भाजपाइयों के अतिक्रमण की सूची जारी करूंगा: कांग्रेस जिलाध्यक्ष
शुक्रवार काे हुए आंदाेलन के बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालमुकुंदसिंह गाैतम से भास्कर ने सवाल किया कि जिले में भाजपाइयाें के कहां-कहां अतिक्रण है? इस पर जिलाध्यक्ष गाैतम का जवाब था कि वे अभी इस मामले में हवा में बात नहीं करना चाहते। अपने स्तर पर इसकी पड़ताल करवा रहे हैं। दाे दिन में अतिक्रमणकारियाें की जारी सूची करेंगे।

इधर, कार्रवाई पर भी सवाल- माफिया पर कार्रवाई शुरू नहीं की, एसडीएम बोले- अभी सूची अपडेट नहीं
सरकार के माफिया अभियान के तहत जिला प्रशासन द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। मगर हकीकत ताे यह है कि शहर में अब भी माफियाराज कायम है। प्रशासन जिले में अितक्रमण हटाने पर कार्रवाई ही नहीं कर पाया। गुंडों के अतिक्रमण अभी भी खड़े हैं। ये ही नहीं, प्रशासन तो अभी लिस्ट भी अपडेट नहीं कर पाया। पुलिस ने 66 गुंडों की लिस्ट जारी की है। इनमें से कितनों ने अतिक्रमण कर रखा है। इसकी लिस्ट ही प्रशासन ने नहीं बनाई है। इधर, दूसरी ओर शहर में काटी जा रही अधिकांश काॅलाेनियाें में विकास अधिनियम का पालन ही नहीं किया जा रहा।

नियम ये है कि किसी भी काॅलाेनाइजर काे काॅलाेनी काटने से पहले माैके पर सड़क, पानी, बिजली, ड्रेनेज की व्यवस्था करना हाेती है, लेकिन हकीकत ताे यह है कि शहर के अधिकांश काॅलाेनाइजराें ने केवल जमीनें लेकर वहां प्लाॅट दिए। इसकी जांच प्रशासन ने अब तक शुरू नहीं की। शहर में बाेहरा बाखल में व्यापारियाें का अतिक्रमण, कृषि उपज मंडी में सरकारी फड़ पर व्यापारियाें का अतिक्रमण, जवाहर मार्ग पर नाली के ऊपर निर्माण जैसे कई उदाहरण है। मामले में एसडीएम सत्यनारायण दर्राे का एक ही जवाब है कि अतिक्रमण के मामले में अब तक काेई अपडेट नहीं है। गुंडा लिस्ट की जांच चल रही है। शहर में अन्य काेई अतिक्रमण चिह्नित नहीं किए है। प्रक्रिया चल रही है।

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