- दो संस्था और एक अवैध कॉलोनी के मामले में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
- पुलिस ने लीक की सूचना, रात में ही भागे आरोपी
प्रशासन ने भूमाफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार रात मजदूर पंचायत की पुष्प विहार कॉलोनी, देवी अहिल्या की अयोध्यापुरी और खजराना की हिना पैलेस के मामले में 18 लोगों पर छह एफआईआर दर्ज कराई। कलेक्टर मनीष सिंह के अनुसार, दो सोसायटी की 3250 करोड़ की जमीन पर आरोपियों का दखल था। डेढ़ हजार लोग वर्षों से परेशान है।
सभी एफआईआर में भूमाफिया दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक मद्दा मुख्य आरोपी है। सुरेंद्र संघवी व बेटे प्रतीक पर दो केस दर्ज किए हैं। पुलिस ने रात में इनके घरों पर दबिश भी दी, लेकिन श्रीधर कदम निवासी बख्तावर राम नगर और मुकेश खत्री ही हाथ लगे।
18 भूमाफिया में से 16 फरार, दो ही मिले
प्रशासन ने देर रात शहर के 18 भूमाफिया के खिलाफ 2 थानों में छह एफआईआर दर्ज कराई। रात में ही 100 से ज्यादा जवानों का फोर्स भेजकर उनके घरों पर छापे भी मारे गए। दबिश की सूचना पुलिस ने ही लीक कर दी। इस वजह से सिर्फ 2 माफिया ही हाथ लग सके। 16 लोग पुलिस के पहुंचने से पहले ही शहर छोड़कर भाग निकले।
12 साल पुराने मामलों में ही जांच अब तक लंबित
2009 में भी प्रशासन ने भू-श्रवण अभियान चलाया था। 25 संस्था निशाने पर थीं। इस बार जिन 10 संस्थाओं के नाम आए हैं, ये उस सूची में भी शामिल थीं। तब की जांच भी अब तक लंबित हैं।
सारी धाराएं भी हूबहू वही अधिकतम सजा 10 वर्ष
12 साल पहले इन संस्थाओं और उसके कर्ता-धर्ताओं पर आईपीसी की धारा 420, 467, 120 बी में केस दर्ज किए गए थे। इस बार भी उन्हीं धाराओं में एफआईआर हुई है। इन धाराओं में अधिकतम सजा 10 वर्ष की ही है।
डेढ़ महीने पहले मिले थे सीएम से
पुष्प विहार कॉलोनी में 28 सालों से प्लॉट मिलने का इंतजार कर रहे सदस्य डेढ़ महीने पहले सीएम शिवराजसिंह चौहान से मिले थे। उन्होंने तब ही अफसरों की बैठक लेकर इन्हें न्याय दिलाने के निर्देश दिए थे।
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