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सहयोग, संयम, सतर्कता-3एस'' के सिद्धांत से इंदौर बन सकेगा कोरोना मुक्त : संभागायुक्त डॉ. शर्मा

            संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने बुधवार को वीसी के माध्यम से संभाग में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति और भविष्य की चुनौतियों से निपटने की तैयारियों की जिलेवार समीक्षा की। इस दौरान बैठक में अपर आयुक्त श्रीमती रजनी सिंहउपायुक्त श्रीमती सपना सोलंकीसंयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. अशोक डागरिया तथा वीसी के माध्यम से जिले के सभी सीएमएचओसिविल सर्जनइंदौर के एमएजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन तथा अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

            बैठक में संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने विगत दिनों में कोरोना महामारी के कारण हुई मौत के ऑडिट पर चर्चा की। उन्होंने डॉ. सलिल साकल्ले को निर्देश दिये कि विगत 6 दिवसों में जिले में आये कोरोना के नये मामलों की मैपिंग कर डाटा एकत्रित किया जाये। उन्होंने कहा कि मैपिंग के माध्यम से हम उन स्थानों को चिहांकित कर सकेंगे, जहां कोरोना के नये केस सामने आये हैं। कोरोना ट्रांसमिशन कैसे हुआ इसका भी आंकलन कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने संभाग के सभी सीएमएचओ से चर्चा की और संबंधित जिलों के अस्पताल के आईसीयू वार्ड में पॉवर बैकअप की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये पूर्व में उनके द्वारा दिये गये निर्देशों पर की गई कार्यवाही की समीक्षा की। संभाग के सभी सीएमएचओ ने बताया कि आईसीयू वार्ड मे पॉवर बैकअप की व्यवस्था कर ली गई है। इसी तरह संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने सभी सीएमएचओ एवं सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि कोरोना के इलाज के लिये अस्पतालों में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध रहे। साथ ही मरीज की देखभाल हेतु सभी सुविधाएं भी प्रदान की जा सकेइसके लिये सभी जिलों में सम्पूर्ण व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाये।

            संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कोविड टीकाकरण अभियान के अंतर्गत लगायी जा रही वैक्सीन की भी जिलेवार समीक्षा की। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप जिले के फ्रंटलाइन एवं हेल्थ वर्कर्स को कोविड वैक्सीन लगवाने के निर्देश दिये। 

 

*जिले में पाये गये रिइन्फेक्शन केस का किया जायेगा अध्ययन*

            बैठक में समीक्षा के दौरान पाया गया कि इंदौर जिले में कोविड रिइन्फेक्शन के अभी तक 7 केस सामने आये है। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने उक्त रिइन्फेक्शन मामलों की पूर्ण समीक्षा हेतु समिति का गठन किया जिसमे एपिडेमियोलॉजिस्टरक्त बैंक एवं माइक्रोबायोलॉजी के विभाग अध्यक्ष सदस्य रहेंगे। समिति द्वारा जिले एवं संभाग में पाये गये रिइन्फेक्शन के सभी प्रकरणोंकोविड स्ट्रेनकोविड संक्रमण के केस की गंभीरता एवं तीव्रता तथा संक्रमण के कारण आदि बिंदुओं पर अध्ययन केन्द्रित किया जायेगा।

*''सहयोगसंयमसतर्कता-3एस'' के सिद्धांत अपनाकर कोरोना को हराएं*

            संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए जरूरी सावधानी एवं एहतियात हम सबके लिये अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने संभाग के सभी आमजनों से अनुरोध किया है कि वे सभी ''सहयोगसंयमसतर्कता-3एस'' के सिद्धांत को अपनाकर कोरोना से खुद को सुरक्षित रख संभाग को कोरोना मुक्त बनाने में सहयोग प्रदान करे। उन्होंने कहा कि सभी लोग 'सतर्कतादिखाते हुये मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रयोग करे तथा सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन करे। इसी तरह यदि किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाये जाते है तो वे तुरंत अपना टेस्ट कराये तथा खुद पर 'संयमरखते हुये किसी भी अन्य व्यक्ति से संपर्क में ना आये। इससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा। साथ ही प्रशासन का 'सहयोगकर कोरोना रोकथाम हेतु दिये गये निर्देशों का पालन करे तथा कोविड-19 को जड़ से खत्म करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे।

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