देश में अब तक 44 लाख 49 हजार 552 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले, भारत में सबसे तेज वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चल रही है। यहां सिर्फ 18 दिन में ही 40 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगा दी गई। अमेरिका में 20 दिन और इजराइल-ब्रिटेन में इतनी ही आबादी में वैक्सीनेशन होने में 39-39 दिन लगे थे।
मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 73.6% हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी गई
मध्य प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा 73.6% हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। मतलब यहां जितने हेल्थ वर्कर्स ने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था उनमें से 73.6% को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। अब यहां 26.4% हेल्थ वर्कर्स ही बचे हैं, जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है। इसी तरह देश के 13 राज्य और केंद्र शासित राज्य हैं जहां कुल हेल्थ वर्कर्स के 50% संख्या तक वैक्सीन पहुंच चुकी है।
पुडुचेरी में सबसे कम 12.60% हेल्थ वर्कर्स ने ही अब तक वैक्सीन लगवाई है। ओवरऑल वैक्सीनेशन के हिसाब से उत्तर प्रदेश आगे है। यहां सबसे ज्यादा 4.63 लाख यानी 10.4% वैक्सीनेशन हुए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र (8.2%), मध्य प्रदेश (8%), कर्नाटक (7.4%) और गुजरात (7.1%) का नंबर आता है।
सबसे ज्यादा टीकाकरण अमेरिका में
दुनिया में वैक्सीनेशन के मामले में अमेरिका सबसे ऊपर है। वहां अब तक कुल 33.88 मिलियन (3.3 करोड़) लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। इसके बाद ब्रिटेन 10.52 मिलियन (1.05 करोड़), इजराइल 5.21 मिलियन (52.1 लाख) का नंबर आता है। जर्मनी 2.71 मिलियन (27.1 लाख) वैक्सीनेशन के साथ पांचवें नंबर पर है।
गुरुवार को 3.10 लाख से ज्यादा लोगों को लगे टीके
मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 8,041 सेशंस में 3 लाख 10 हजार 604 लोगों को टीके लगाए गए हैं। अब तक कुल 84,617 सेशंस आयोजित किए जा चुके हैं। मंत्रालय ने यह भी बताया कि कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले 55% लोग 7 राज्यों से हैं।
8 हजार लोगों में दिखे साइड इफेक्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अब तक 88.95% लोगों ने एडवर्स इफेक्ट की जानकारी दी है। ये आंकड़ा 5.12 लाख लोगों की फीडबैक के आधार पर निकाला गया है जिन्होंने हाल ही में वैक्सीन लगवाई है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि अभी तक 44 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा चुका है, इनमें सिर्फ 8,563 लोगों में ही साइड इफेक्ट नजर आए हैं। ये कुल वैक्सीन लगा चुके लोगों का 0.18% है।
देश में एक्टिव केस भी कम हो रहे
फिलहाल भारत में कुल एक्टिव केस (जिनका इलाज चल रहा है) की संख्या घटकर 1.48 लाख रह गई है। देश के मौजूदा एक्टिव केसों की संख्या कुल संक्रमित मामलों की केवल 1.44% रह गई है। हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक, मामलों में गिरावट को टीकाकरण के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए। केंद्र सरकार के अधीन दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में सामुदायिक चिकित्सा के प्रमुख जुगल किशोर ने बताया कि टीकों से एंटीबॉडी बनाने में लगभग 42 दिन लगते हैं, जबकि टीकाकरण अभियान को केवल 19 दिन हुए हैं।
वैक्सीन का दूसरा डोज 13 फरवरी से लगेगा
कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तहत सभी हेल्थकेयर वर्कर्स को 13 फरवरी से वैक्सीन का दूसरा डोज लगाया जाएगा। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि यह डोज सिर्फ उनको दिया जाएगा, जिन्हें वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका है।
97% लोग वैक्सीनेशन प्रोसेस से संतुष्ट
सरकार टीका लगवा चुके लोगों को SMS कर फाडबैक ले रही है। अब तक वैक्सीन की पहली डोज ले चुके 5.12 लोगों ने फीडबैक दिया है। इसमें से 97% से ज्यादा लोग वैक्सीनेशन की प्रोसेस से संतुष्ट हैं। दरअसल, केंद्र सरकार उन लोगों की प्रतिक्रिया जान रही है, जिन्हें टीके की पहली डोज लग चुकी है। फीडबैक के लिए मंत्रालय ने 37.10 लाख से ज्यादा लोगों को मैसेज भेजा था।
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