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खतरे का रास्ता:इंदौर-इच्छापुर हाईवे- 5 नए जुड़कर 11 ब्लैक स्पॉट हो गए, अंधे मोड़ हटे न स्पीड ब्रेकर बने

 

कलेक्टर-एसपी ने चौड़ी नदी का दुर्घटनास्थल देखा।
  • जागा प्रशासन- हादसे में 4 की मौत और 6 के घायल होने के दूसरे दिन कलेक्टर-एसपी ने देखा मौका

इंदौर-इच्छापुर किलर हाईवे। इस साल इसमें पांच और खतरनाक स्थान जुड़कर कुल 11 ब्लैक स्पॉट हो गए हैं। लेकिन हाईवे से अंधे मोड़ हटाए गए और न कहीं स्पीड ब्रेकर बनाए गए। यही कारण है कि यहां हादसे और लोगों के मरने तथा घायल होने का सिलसिला जारी है। अंधे मोड़ पर स्थित चौड़ी नदी की पुलिया ने शनिवार को ही चार जानें ली हैं और छह लोग घायल हुए हैं।

हाईवे पर हादसों का आलम यह है कि पिछले साल 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक यहां कुल 3100 हादसे हुए। इनमें आठ लोगों ने जान गंवाई, वहीं 59 घायल हुए। नए साल के दो महीने में ही हाईवे पर छह हादसे हुए हैं। इनमें सात लोगों की मौत हुई और 15 लोग घायल हुए हैं। जनवरी में हुए छह हादसों में तीन लोगों की मौत हुई और 9 घायल हुए। वहीं फरवरी में शनिवार को हुए हादसे में 4 लोगों की मौत हुई और छह लोग घायल हुए हैं। ये आंकड़े भी थाने तक पहुंचे मामलों के हैं। कई हादसों में घायल हुए लोगों का मामला थाने तक पहुंच ही नहीं पाता है।

पिछले साल से ब्लैक स्पॉट में शामिल नहीं चौड़ी नदी की यह पुलिया

अंधे मोड़ स्थित चौड़ी नदी की यह पुलिया पहले ब्लैक स्पॉट में शामिल थी। लेकिन 2020 से इसे इस सूची से बाहर कर दियाा। थानों से हादसों की बुलवाई जानकारी व सुप्रीम कोर्ट की परिभाषा के अनुसार यातायात पुलिस ने इस साल 5 नए सहित कुल 11 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए हैं। ब्लैक स्पॉट की जानकारी पुलिस मुख्यालय के साथ रोड निर्माण एजेंसी को भेजी जाएगी। इसके बाद भी कुछ नहीं होने वाला है क्योंकि इंदौर-इच्छापुर हाईवे एमपीआरडीसी के पास से अब नेशनल हाईवे अथारिटी के अधीन चला गया है।

एक घंटे तक हाईवे पर अन्य ब्लैक स्पॉट व दुर्घटना संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया

हर बार की तरह हादसे के बाद प्रशासन फिर जागा। कलेक्टर प्रवीण सिंह और एसपी राहुल कुमार लोढा ने एमपीआरडीसी के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर प्रतीक शर्मा, लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के अफसरों के साथ चौड़ी नदी की पुलिया पहुंचकर दुर्घटनास्थल देखा। एक घंटे तक हाईवे पर अन्य ब्लैक स्पॉट और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। हमेशा की तरह औपचारिकता के तौर पर एमपीआरडीसी के अफसरों को चौड़ी नदी की पुलिया के पास सहित अन्य दुर्घटना संभावित स्थानों पर स्पीड ब्रेकर बनाने और अंधे मोड़ों से झाड़ियों की छंटनी करवाने को कहा।

30 किमी क्षेत्र में 10 से ज्यादा ऐसे स्थान हैं जहां आए दिन होते हैं हादसे

इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर उतावली नदी पुलिया से कटी घाटी तक 30 किमी के क्षेत्र में ही 10 से ज्यादा स्थान ऐसे हैं, जहां आए दिन हादसे होते हैं। इनमें उतावली नदी की संकरी पुलिया, झिरी के पास अंधे मोड़ पर मगराडोह नाले की पुलिया, झांझर फाटे के पास अंधे मोड़ पर डैम की संकरी पुलिया, अंधे मोड़ पर चौड़ी नदी की पुलिया, इमलीनाला का अंधा मोड़, बोलती पहाड़ी, नेपा फाटे के पास मोती बाग क्षेत्र, असीर के खोडियार माता मंदिर के पास अंधा मोड़, धूपगट्टा और पांधार नाला शामिल हैं।

सबसे ज्यादा ब्लैक स्पॉट निंबोला थाना क्षेत्र में

कोतवाली कृषि उपज मंडी गेट से पंचवटी होटल के सामने तक

शिकारपुरा थाना रेशम उद्योग आईटीआई पुराने आरटीओ बैरियर से मोहना नदी

गणपति नाका थाना ट्रांसपोर्ट नगर उतावली पुल के पास से गणपति नाका तिराहा

गणपति नाका थाना गुरुद्वारा चौराहा से रिलायंस पेट्रोल पंप

निंबोला थाना खातला फाटा, दहीनाला के पास पांधार नाला, इमली नाला, असीरगढ़ का मोतीबाग क्षेत्र

शाहपुर थाना बोरसल फाटा-धामनी नदी पुल से अंतुर्ली फाटा, चापोरा से अड़गांव फाटा, ताप्ती नदी पुल से कालूशाह बाबा की दरगाह तक

कोरोनाकाल में ढिलाई

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर-एसपी ने यातायात के नियमों का पालन कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा- कोरोना काल में ढिलाई बरती, लेकिन अब नियमों का पालन सख्ती से कराएं।

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