स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत ट्रिटेड वेस्ट वाटर के पुर्नउपयोग हेतु कबीटखेडी स्थित 245 एम.एल.डी क्षमता के सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट से ट्रीटेड वाटर की पाईप लाईन डाली जाकर मेघदूत गार्डन के पीछे वाले भाग में टंकी का निर्माण किया गया है। टंकी से विभिन्न उद्यानों में पानी सप्लाय किया जा रहा है। विजय नगर चौराहे से मेरियट होटल के पास शारदा मठ तक 6 स्थानों पर 11 फव्वारों का निर्माण लगभग 70 लाख रूपये की लागत से कराया गया है, जिनका आज संभागायुक्त एवं निगम प्रशासक डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर अपर आयुक्त श्री श्रृंगार श्रीवास्तव, अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा, श्री अनूप गोयल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर संभागायुक्त एवं निगम प्रशासक डॉ. शर्मा ने कहा कि निगम द्वारा शहर में 11 ट्रीटमेंट प्लांट बनाए गए हैं। जिसमें पानी ट्रीट होकर लगभग अच्छे पानी जैसा हो जाता है। निगम द्वारा 170 किलोमीटर की पाइप लाइन डाली गई है। जिसके द्वारा यह ट्रीट किया हुआ पानी उपयोग किया जाएगा। यह पानी खेती में, उद्यानों में, फाउंटेन में या अन्य निर्माण कार्य में उपयोग किया जा सकेगा। इस पानी के उपयोग करने से नर्मदा का पानी कम मात्रा में लगेगा और पानी की बचत होगी। आज नर्मदा जयंती के अवसर पर ट्रीट किए हुए पानी से फाउंटेन चलाने का शुभारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से स्वच्छता में देश में नंबर वन है, उसी प्रकार से पानी के पुर्नउपयोग करने में भी इंदौर नंबर वन रहेगा। प्रशासन ने उपस्थित लोगों को कोविड-19 के दृष्टिगत नियमित रूप से मास्क लगाने की सलाह दी और जिनके द्वारा मास्क नहीं लगाए गए थे, उन्हें मास्क बुलवाकर लगाने के लिए कहा।
इस अवसर पर आयुक्त नगर निगम सुश्री प्रतिभा पाल ने बताया कि देश में इन्दौर शहर सम्भवतः पहला शहर होगा, जहाँ ट्रीटेड वेस्ट वाटर से फाउण्टेन संचालित किया जायेगा। निगम द्वारा विजय नगर चौराहा, सयाजी चौराहा, सयाजी प्लाजा के सामने, मेघदूत गार्डन, मेरियट होटल के सामने एवं शारदा मठ तिराहे के सामने, इस तरह 6 स्थानों पर 11 फव्वारों का निर्माण किया गया है।
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