तीन माह से बिजली की मांग 5 हजार मैगावाट के पार
रबी सीजन, औद्योगिक मांग में बढ़ोत्तरी की स्थिति--
पहली बार 95 दिनों से अधिकतम मांग पांच हजार से उपर
इतिहास में पहली बार मालवा और निमाड़ की बिजली मांग सतत 95 दिनों से पांच हजार मैगावाट के पार बनी हुई है। यह बढ़ोत्तरी औद्योगिक मांग में इजाफे के अलावा रबी सीजन की सिंचाई सतत तीन माह से होने पर शीर्षस्थ स्थिति में है। मांग के आधार पर गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति की जा रही है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि पहली बार बिजली की मांग विगत 95 दिनों से पांच हजार मैगावाट के पार बनी हुई है। इस दौरान प्रतिदिन आठ से दस करोड़ यूनिट वितरित की गई है। श्री तोमर ने बताया कि मांग बढ़ने का क्रम अक्टूबर अंत से प्रारंभ हुआ था। 27 अक्टूबर 2020 को अधिकतम बिजली मांग 5057 मैगावाट दर्ज की गई थी। इसके बाद मांग सतत बढ़ती गई। तीन माह के दौरान सर्वाधिक मांग 24 दिसंबर 2020 को 6108 मैगावाट दर्ज की गई थी। अभी भी बिजली की अधिकतम मांग औसत 5700 मैगावाट के करीब बनी हुई है। इस तरह 95 दिन से बिजली की रिकार्ड मांग की स्थिति है। प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बताया कि अक्टूबर 2019 की तुलना में अक्टूबर 20 में 48 फीसदी ज्यादा बिजली वितरित हुई है। नवंबर 20 में नवंबर 19 की तुलना में 26 फीसदी, दिसंबर 20 में तुलनात्मक रूप से 5 फीसदी एवं जनवरी 21 में जनवरी 20 की तुलना में 4 फीसदी बिजली ज्यादा वितरित हुई है। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बताया कि औद्योगिक मांग लगभग दस फीसदी ज्यादा है। वहीं सिंचाई के लिए बिजली मांग भी उच्च स्तर पर है। मालवा और निमाड़ के 15 जिलों में लगभग 12 लाख कृषि पंपों के लिए 10 घंटे प्रतिदिन बिजली प्रदाय की जा रही है।
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