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टीआई के चैंबर में आत्महत्या:दो बंदूक नहीं चली तो तीसरी लेकर आया हेड कांस्टेबल, गले पर रख किया फायर

थाने में लगे सीसी कैमरे में गेट से अंदर आते दिख रहे हैं शफीउद्दीन।
  • गुरुवार को ही छुट्‌टी से लौटा था प्रधान आरक्षक शफीउद्दीन
  • जिले के काकनवानी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक शफीउद्दीन कुरैशी (49) ने शुक्रवार सुबह टीआई के कमरे में बंदूक से फायर कर आत्महत्या कर ली। घटना सुबह 7 बजकर 16 मिनट की है। शफीउद्दीन सुबह 7 बजे थाने पहुंचे, उस समय वहां कोई नहीं था। प्रधान आरक्षक ने मालखाने से पहले एक बंदूक निकाली और टीआई के कमरे में गए, वो नहीं चली तो दूसरी बंदूक लेकर आए, वो भी नहीं चली तो तीसरी बंदूक लाकर बैरल गले के नीचे रखकर फायर कर दिया।

    गोली सिर के पार होकर छत पर लगी, जिससे प्लास्टर उखड़ गया। आवाज सुनकर थाने के बाहर मौजूद पुलिसकर्मी अंदर दौड़े। शफीउद्दीन फर्श पर औंधे मुंह पड़े थे, उनकी जान जा चुकी थी। घटना के बाद पुलिस अफसर भी पहुंचे। अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।

    दो बार मैन गेट पर जाकर देखा कि कोई आ तो नहीं रहा
    काकनवानी थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में शफीउद्दीन गेट से अंदर आते हुए दिखे। उन्होंने दो बार मेनगेट पर जाकर देखा कि कोई आ तो नहीं रहा। इसके बाद वो मालखाने से तीन बार रायफल टीआई के कमरे में ले जाते दिखे। घटना के बाद एसपी आशुतोष गुप्ता, एसडीओपी एमएल गवली सहित दूसरे अफसर यहां पहुंचे। एफएसएल टीम ने भी सैंपल लिए। जांच की जिम्मेदारी टीआई और एसडीओपी को दी गई। शफीउद्दीन बुधवार को 23 घंटे की छुट्‌टी लेकर स्वास्थ्य जांच कराने बड़नगर गए थे। गुरुवार को लौटे थे। वो मूल रूप से बड़नगर के शाजीलालपुरा के रहने वाले थे। शुक्रवार सुबह 9 बजे उनके भाई आरिफुद्दीन को थाने से सूचना दी गई। अंतिम संस्कार शाम को बड़नगर में किया गया।

    जांच के तीन एंगल- ब्लैकमेलिंग, बीमारी और प्रॉपर्टी खरीदी का टेंशन
    ब्लैकमेलिंग : 
    खबर है कि एक महिला द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा था। शव लेने आए शफीउद्दीन के भाई ने बताया, इस तरह की बात उन्हें यहां पुलिस से पता चली है। पुलिस मृतक प्रधान आरक्षक के कॉल डिटेल से इसका पता लगाएगी।
    बीमारी : फिलहाल आत्महत्या के पीछे बीमारी कारण बताया जा रहा है। शफीउद्दीन को ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और अस्थमा की बीमारी थी। वो छुट्‌टी पर भी स्वास्थ्य जांच का कहकर गए थे। इसकी तस्दीक के लिए सुसाइड नोट या मैसेज तलाशेंगे।
    प्रॉपर्टी : खबर यह भी है कि शफीउद्दीन कुरैशी ने कुछ समय पहले बड़नगर में एक प्रॉपर्टी भी खरीदी थी। पुलिस ये जांच कर रही है कि ये प्रॉपर्टी किसके नाम पर ली गई। इस वजह से परिवार में कोई तनाव तो नहीं था। इसकी राशि देना बाकी थी या नहीं।

    साथी कर्मचारी ने बताया- गुरुवार रात तक उनका व्यवहार सामान्य था, हमने साथ में खाना खाया था
    काकनवानी थाने में शफीउद्दीन के सथ काम करने वाले स्टाफ के कर्मचारियों ने बताया कि गुरुवार रात तक उनका व्यवहार सामान्य था। एक अन्य कर्मचारी ने बताया कि हमने रात को साथ-साथ खाना खाया था। शफीउद्दीन ने कभी किसी परेशानी के बारे में हम लोगों में से किसी को भी नहीं बताया। छुट्‌टी से लौटने के बाद शफीउद्दीन थाने पर सामान्य रूप से काम कर रहे थे। मामले में एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है। अभी तक काम को लेकर परेशानी या प्रताड़ना की कोई भी बात सामने नहीं आई है। फिर भी इसकी जांच की जाएगी। वो काफी एक्टिव कर्मचारी थे।


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