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मध्य टूरिज्म बोर्ड की पर्यटकों के लिए अनूठी पहल - खजुराहो से धुबेला का निःशुल्क भ्रमण

मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नवाचारों को क्रियान्वित करने में सदैव अग्रणी रहा है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश पर्यटन द्वारा पर्यटकों की सुविधा तथा निकटवर्ती गंतव्य स्थलों के प्रोत्सा्हन हेतु खजुराहो नृत्य समारोह 22 से 26 फरवरी तक खजुराहो से धुबेला संग्रहालय के भ्रमण के लिए निःशुल्क बस सेवा उपलब्ध कराई गई हैजिससे खजुराहो नृत्य समारोह में आने वाले विभन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटक धुबेला संग्रहालय का भी निःशुल्क रूप से भ्रमण कर सकेंगे। पर्यटकों के लिए प्रतिदिन प्रातः 10.00 बजे मध्य प्रदेश पर्यटन के झनकार होटल निःशुल्क बस रवाना होगी।

*धुबेला संग्रहालय की विशेषता*

      उल्लेखनीय है कि खजुराहो से 60 किलोमीटर के फासले पर स्थित धुबेला जो महाराज छत्रसाल की राजधानी रही थी।  महाराजा छत्रसाल की याद में धुबेला संग्रहालय का निर्माण  सितंबर 1955 में किया गया था। यहां गुप्त और कल्चुरिकाल की स्मृति परिलक्षित होती है। यहां बुंदेला राजाओं के वस्त्र और हथियार भी देखने मिलते हैं। पार्श्वनाथऋषभनाथ और नेमीनाथ की मूर्तियां भी यहां हैं। म्यूजियम में अलग-अलग आठ दीर्घाएं हैं। जिनमें म्यूजियम की ओपन गैलरी पर्यटकों के लिए सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र होती है।

      मध्य भारत के परम प्रतापी और शूरवीर यौद्धा महाराजा छत्रसाल के जीवन की कहानी के साथ उनके समय में करवाए गए ऐतिहासिक इमारते जैसेमस्मानी का महलहृदयाशाह का महलमहोबा द्वारशीतल गढ़ीरानी कमला के पति की समाधीबदल महलमहाराज छत्रसाल की समाधीभले भाई की समाधीमहाबली तेली की समाधीआदि कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैइन पर्यटन स्थलों एवं धुबेला के इतिहास से पर्यटकों को रूबरू कराने के लिए मध्य प्रदेश टूरिज्मर बोर्ड द्वारा यह अनूठी पहल की गई है।

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