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प्रोजेक्ट का काम बंद:इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट बंद होते ही मशीनें भी चली गईं, अब करोड़ों तो इन्हें लाने में ही लगेंगे

 


टिही के आगे तीन किमी में से आधी टनल बनकर तैयार होने के बाद प्रोजेक्ट होल्ड हुआ तो कॉन्ट्रैक्टर ने मौके से मशीनों को भी रवाना कर दिया। (फाइल फोटो)

इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट के लिए बजट में 20 करोड़ रुपए मिले हैं। अब रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इतने में काम दोबारा कैसे शुरू होगा? वहीं, रेलवे एक्सपर्ट का कहना है कि इस प्रोजेक्ट का काम बंद कर रेलवे ने प्रोजेक्ट होल्ड किया था। रेलवे कम से कम काम तो दोबारा शुरू करे। आगे एडीशनल बजट या दूसरे फंड से रुपया आ जाएगा। उन्होंने कहा कि रेलवे अधिकारी इस प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर नहीं हैं।

इस प्रोजेक्ट पर काम सालभर से ज्यादा समय से बंद है। रेलवे ने प्रोजेक्ट भी होल्ड किया हुआ है। पहले जब काम चल रहा था, तब टिही के आगे तीन किमी में से आधी टनल बनकर तैयार हो गई थी। प्रोजेक्ट पर काम बंद होने के बाद कॉन्ट्रैक्टर इसकी मशीनरी भी वहां से ले गए थे। अब मशीनरी को दोबारा लाना बड़ी चुनौती रहेगी। इसमें करोड़ों खर्च होंगे। रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार इतने बजट में दोबारा काम कैसे शुरू होगा? काम शुरू होना मुश्किल है।

काम शुरू होने पर दूसरे प्रोजेक्ट से राशि ट्रांसफर हो सकती है : एक्सपर्ट
रेलवे पैसेंजर एमीनिटीज कमेटी के पूर्व सदस्य नागेश नामजोशी के अनुसार रेलवे के पास होल्ड प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के लिए सबसे अच्छा मौका है। बजट में राशि मिली है। काम तो रेलवे दोबारा शुरू करे। रही बात फंड की तो एडीशनल बजट या फिर दूसरे प्रोजेक्ट से राशि ट्रांसफर हो सकती है। रेलवे अन्य प्रोजेक्ट में यह करता ही है। अभी बंद प्रोजेक्ट पर काम शुरू करना प्राथमिकता होना चाहिए।

घाट सेक्शन में सर्वे को मंजूरी मिलते ही शुरू होगा काम
इंदौर| 
सांसद शंकर लालवानी ने शुक्रवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल से चर्चा की। इंदौर-दाहोद प्रोजेक्ट का काम सालभर से ज्यादा समय से बंद रहने, महू के आगे घाट सेक्शन में 25 साल से अब तक सिर्फ सर्वे होने, इंदौर-देवास-उज्जैन डबलिंग में देरी और कम बजट दिए जाने की जानकारी उन्होंने रेल मंत्री को दी। रेल मंत्री ने तत्काल अधिकारियों को बुलवाकर पूरे मामले को दिखवाए जाने के निर्देश दिए। दोपहर में रेलवे अधिकारियों ने सांसद लालवानी के साथ बैठक कर चर्चा की। रेलवे अधिकारियों ने कहा महू के आगे घाट सेक्शन में जो गेज कन्वर्जन होना है, उसमें 1:100 से 1:150 ग्रेडिएंट के संशोधन हैं। रेलवे बोर्ड की मंजूरी के बाद काम जल्द शुरू किया जाएगा।

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