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सख्ती चाहिए, लॉकडाउन नहीं, क्योंकि...:मृत्यु दर इस माह सबसे कम मात्र 0.22%, मार्च-अप्रैल 2020 में लॉकडाउन लगा था, क्योंकि तब 1000 में 50 की हो रही थी मौत, अब केवल 2 की

 

कलेक्टर मनीष सिंह ने रात में रोको-टोको अभियान के तहत राजबाड़ा का दौरा किया।

कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही एक बार फिर हर रविवार लॉकडाउन हो गया है और आमजन, कारोबारियों को चिंता है कि फिर से लॉकडाउन नहीं लग जाए। सभी व्यापारिक संगठनों की ओर से मांग जा रही है कि इस शहर को लॉकडाउन की जरूरत नहीं है, कोविड प्रोटोकाल के लिए सख्ती की जाए। वहीं, यदि कोरोना के मार्च माह के आंकड़े देखे तो साफ हैं कि पूरे कोरोना काल में इस माह में मृत्यु दर सबसे निचले स्तर पर आ गई है। बीते साल मार्च-अप्रैल 2020 के दौरान जब लॉकडाउन लगाने की नौबत आई थी, तब इस बीमारी से प्रति एक हजार मरीजों में 50 की मौत हो रह थी और मृत्युदर 5 फीसदी पर थी, वहीं इस माह के 21 दिन में मृत्यु दर मात्र 0.22 फीसदी है, यानि एक हजार मरीजों में केवल दो की मौत हो रही है।

  • मार्च-अप्रैल 2020 में : 1500 मरीज पॉजीटिव और मृत्यु 75, मृत्यु दर 5% और पॉजीटिव दर 17%
  • मार्च 2021 (21 दिन में) : 4892 मरीज पॉजीटिव और मृत्यु 11, मृत्यु दर 0.22% और पॉजीटिव दर 8.28%

अस्पताल में बेड की स्थिति

  • 2400 बेड निजी में और 1000 बेड सरकारी अस्पताल व सुपर स्पेशलिएटी में कुल 3400 बेड मौजूद है। मरीज अभी करीब 1300 भर्ती है। वहीं, बेड की क्षमता यह बढ़कर 7400 तक हो सकती है।

व्यापारिक संगठन बोले- बिना मास्क वालोें को भेजें जेल
अहिल्या चेंबर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने कहा कि लॉकडाउन कोरोन का हल नहीं है, प्रशासन को संक्रमण फैलने से रोकने के जो सख्ती करने की जरूरत हो वह की जाए, बिना मास्क के अर्थदंड बढ़ाएं और लोगों को जेल भेजा जाए, हम भी सभी व्यापारिक संगठनों को संदेश भेज रहे हैं कि वह अपने यहां इसका पालन कराएं और प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वालों पर खुद भी अर्थदंड लगाएं और दुकानों में मास्क रखवाएं। मालवा चेंबर के अजीत सिंह नारंग का भी कहना है कि लॉकडाउन की जगह सख्ती पर जाएं प्रशासन, सभी संगठनों और आमजन को साथ में लेकर इसका पालन कराएं।

परिवार में ही मनाएं होली, और बढाएंगे सख्ती- संभागायुक्त
संभागायुक्त व निगम प्रशासक डॉ. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि बाजारों में मास्क को लेकर सख्ती और बढेगी, पालन नहीं करने वालोें के संस्थान सील होंगे, आयोजनों में संख्या सीमित की गई है, इसका उल्लंघन नहीं होने दिया जाएगा। होली व अन्य त्योहार सभी अपने परिवार के साथ बिना भीड़ के मनाएं, क्योंकि बाहर कोई भी भीड़ वाले आयोजन को मंजूरी नहीं दी जाएगी।

जागरूकता के लिए धर्मगुरू, समाजसेवियों के साथ बैठक
कोविड प्रोटोकाल के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए कलेक्टर मनीष सिंह ने मंगलवार को प्रीतमलाल दुआ सभागृह में बैठक बुलाई है। इसमें धर्मगुरू, समाजसेवी, एनएसएस, युवा केंद्र से जुडे़ पदाधिकारी आदि शामिल होंगे। कलेक्टर ने कहा सभी को साथ लेकर संक्रमण को रोका जाएगा, यह आमजन के सहयोग से ही संभव है।

मास्क नहीं पहनने पर अर्थदंड अब 400 तक हो सकेगा
कोविड संक्रमण फैलने से रोकने के लिए मास्क नहीं पहनने पर अब अर्थदंड 200 से लेकर 400 रुपए तक वसूला जा सकेगा। दुकान में यदि दुकानदार, कर्मचारी या ग्राहक मास्क सही तरह (मुंह व नाक दोनों ढंके हो) से पहने नजर नहीं आते हैं तो संस्थान को सील किया जाएगा। इस पर विवाद करने या अर्थदंड नहीं भरने पर संबंधित को थाने ले जाकर धारा 188 में केस होगा। इस संबंध में कलेक्टर मनीष सिंह ने सोमवार को प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिए। हर मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई को 30 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया है। सभी जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, धर्मगुरू आदि संगठन मास्क लिए रोको-टोको कार्यक्रम बिना मंजूरी के कर सकेंगे, लेकिन उन्हें भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा और भीड नहीं लगेगी। सभी तरह के सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक आदि आयोजन नहीं होंगे। रविवार का लॉकडाउन जारी रहेगा और अन्य दिन में रात दस बजे प्रतिबंध लागू रहेंगे।

नए संक्रमित 387, कुल आंकड़ा
शहर में सोमवार को 387 नए कोरोना मरीज मिले। इतने मरीज 4220 सैंपलों की जांच में सामने आए हैं। इनमें 3739 निगेटिव जबकि 68 रिपीट पॉजिटिव मिले हैं। मार्च के 22 दिनों में अब तक 5138 मरीज मिल चुके हैं। अब तक 8 लाख 95 हजार 403 मरीजों के सैंपल जांचे जा चुके हैं। 64 हजार 696 मरीजों में से 61 हजार 775 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। वहीं, 945 की मौत हो चुकी है। अभी भी 2176 एक्टिव मरीज हैं।

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