सांपों की दर्जनों प्रजातियों के लिए पहचाने जाने वाले रालामंडल अभयारण्य को एक और तमगा मिल गया। रविवार को यहां पहली बार पक्षी विशेषज्ञों ने पाए जाने वाले पक्षियों की पहचान की। सुबह सात से शाम चार बजे तक चले इस सर्वे में 82 प्रजाति के पक्षी पाए गए।
इनमें कई दुर्लभ पक्षी भी हैं, जो आमतौर पर कहीं देखे नहीं जाते हैं। अब पक्षियों के मामले में भी इसे पहचाना जाएगा। अधीक्षक डाॅ. एके पारिख के मुताबिक पक्षी विशेषज्ञ अजय गड़ीकर, रितेश खांबिया, स्वप्निल फणसे सहित कई विशेषज्ञ ने अभयारण्य में इनके फोटो लिए।
पांच सेक्टर बनाए गए थे
रेंजर आकांशा के मुताबिक अभयारण्य को पांच सेक्टर में बांटा गया था। अलग-अलग टीम बनाकर एनिमल जोन, डियर सफारी एरिया तरफ भेजी गई थीं। चूंकि अभी पतझड़ चल रहा है, इसलिए पक्षी भी आसानी से दिखते रहे। टीम में डाॅक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर भी शामिल थे, जो सालों से पक्षियों पर काम कर रहे हैं। जो पक्षी मिले उनमें पेरीगार्डन, फाल्कन, ब्लू कैप्ड, राॅॅक थ्रश, लाग बिल्ड पीपीट, जंगल नाइट जाट, शॉर्ट टोड, स्नैक ईगल जैसे पक्षी भी दिखे।
दर्शकों को सभी प्रजाति के फोटो लगाए जाएंगे
अभयारण्य में जितने भी पक्षी मिले हैं, इन सबके फोटो लगाए जाएंगे ताकि यहां आने वाले पर्यटक इनके बारे में जान सकें। सुबह और शाम के वक्त पक्षी आसानी से दिख भी जाते हैं।
0 टिप्पणियाँ