ओमेक्स हिल्स में रहने वाले इंजीनियर गौरव त्यागी के घर हुई डकैती के मामले में पुलिस ने 24 घंटे में 10 संदिग्ध पकड़े हैं। पुलिस का दावा है कि वारदात को धार-टांडा की गैंग ने अंजाम दिया है। एक आरोपी इंदौर में ही रहता था। जैसे ही पुलिस उसके पीछे लगी तो घर वालों ने उसे भगा दिया। एएसपी प्रशांत चौबे के अनुसार जैसे हाई लिंक सिटी और तेजाजी नगर इलाकों में वारदातें हुई हैं, उसी पैटर्न पर घटना को अंजाम दिया है।
शंका है कि ये गैंग वारदात के बाद गुजरात क्षेत्र में भागी है। पुलिस ने लूटे गए दोनों मोबाइल ट्रैक किए, जिसमें से एक तेजाजी नगर में तो दूसरा वैशाली नगर में बंद होना मिला है। अफसरों का मानना है कि बदमाशों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए मोबाइल किसी गाड़ी में डाल दिए होंगे। या फिर दो अलग रूट की गाड़ियों में डाल दिए, ताकि पुलिस उसी ट्रैक को पकड़े। 10 में 5 संदिग्धों को पुलिस ने शनिवार देर रात चोइथराम मंडी के पीछे एक मल्टी में छापा मारकर पकड़ा है।
नौसिखिए भी हो सकते हैं आरोपी
गैंग को पकड़ने के लिए तीन थाना प्रभारियों (तेजाजीनगर, सराफा और एरोड्रम) को लगाया है। उन थाना प्रभारियों का कहना है कि ये गैंग नौसिखिया भी हो सकती है। यदि अनुभवी गैंग होती तो ऐसे घर में वारदात नहीं करती, जहां पकड़ाने या हमला होने की शंका ज्यादा रहती। डीआईजी मनीष कपूरिया ने कहा सभी टाउनशिप का सुरक्षा ऑडिट कराया जाएगा। कितने सीसीटीवी लगे हैं और कितने की जररूत है, ये सब देखा परखा जाएगा। पुलिस गश्त भी बढ़ाई जाएगी।
0 टिप्पणियाँ