एसडीएम कार्यालय और कनाड़िया थाने पहुंचे पीड़ितों ने आपबीती सुनाई डायमंड कॉलोनी में प्लॉट खरीदने वाले पीड़ित एसडीएम कार्यालय और कनाड़िया थाने पहुंचे। वहां कॉलोनाइजर हाजी हबीब दादा के बेटों सलीम सिद्दीकी और अशफाक सिद्दीकी पर फर्जी पार्टनरशिप डीड और कूटरचित दस्तावेजों से करोड़ों के प्लॉट बेचने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई। पीड़ितों ने बताया कि संस्था की जमीन हाजी हबीब दादा भाई की कंपनी के नाम पर दर्ज थी।
11 वर्ष पहले हाजी की मृत्यु हो गई और उनके बेटों ने जमीन बेचना शुरू कर दी। अनूप अग्रवाल ने बताया कि हाजी कंपनी की जमीन डायमंड गृह निर्माण संस्था को बेची गई थी। उस समय हाजी कंपनी ने डायमंड गृह निर्माण संस्था को रजिस्ट्री नहीं कराई थी। संस्था ने इस दौरान लगभग 400 प्लॉट में से करीब 80 प्लॉट पर मकान बनाए, जबकि बाकी प्लॉट ऐसे ही सदस्यों को नोटरी कर दे दिए।
हाजी दादा के निधन के बाद उनके दोनों लड़कों ने सबसे पहले 1998 में कॉलोनी की सीधे हाथ तरफ की आठ एकड़ जमीन निर्मल रामरतन अग्रवाल को, वहीं 2004 में उल्टे हाथ तरफ की आठ एकड़ जमीन दोनों बेटों ने प्रतीक संघवी को बेचकर उसकी रजिस्ट्री करा दी। इसके बाद भी दोनों बेटों ने 1998 और 2004 में बेची जमीन की रजिस्ट्री गलत साबित कर 2006 में संस्था की पूरी जमीन किशोर वाधवानी को बेच दी।
सदस्यों के पास नोटरी, पैसों की रसीदें मौजूद, लेकिन प्लॉट नहीं सौंप रहे
पीड़ितों का कहना है कि हमारे पास प्लॉट की नोटरी, दिए गए पैसों की रसीदें व अन्य कागजात मौजूद हैं, लेकिन हमें हमारे प्लॉट पर कब्जा नहीं दिया जा रहा है। दूसरी तरफ वाधवानी ने जमीन पर निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है। सलीम सिद्दीकी और अशफाक सिद्दीकी एक ही जमीन को बार-बार बेचने का काम कर रहे हैं और आम जनता के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। दोनों भाइयों के विरुद्ध पहले भी कई शिकायतें और एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।
भूमाफिया और गुंडों से त्रस्त हैं तो एसपी को लिखें चिट्ठी
पूर्वी एसपी ने पलासिया स्थित अपने दफ्तर के बाहर एक पेटी लगाई है। इसमें भूमाफिया, गुंडे, एडवाइजरी, शराबी, जहरीली शराब, छेड़छाड़, नकली व मिलावटी खाद्य सामग्री आदि से परेशान कोई भी व्यक्ति शिकायत लिखकर डाल सकता है। इसमें उसे अपना नाम लिखना जरूरी नहीं है। यदि किसी ने नाम लिख भी दिया है तो उसे गोपनीय रखा जाएगा।
शिकायत के लिए वाट्सएप नंबर भी जारी किया है। पूर्वी एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कई पीड़ित थानों या अन्य फोरम के दफ्तरों के चक्कर लगाते हैं, फिर भी सुनवाई नहीं हो पाती। इसी को देखते हुए यह पेटी लगवाई है। शिकायत सही पाई गई तो जल्द निराकरण किया जाएगा। इसके लिए संबंधित व्यक्ति को आने की जरूरत नहीं। वाट्सएप नंबर 7049106964 पर भी शिकायत कर सकते हैं।
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