- सेकंड हैंड ट्रैक्टर दिलाने के नाम पर इंदौर के युवक के साथ दगा किया
- फरियादी उक्त ट्रैक्टर को पुन: कंपनी में जमा कराने के बाद आरोपी से संपर्क किया तो उसका मोबाइल बंद मिला
सेकंड हैंड ट्रैक्टर दिलाने व फर्जी तरीके से रिलीजिंग ऑर्डर देकर सवा तीन लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इंदौर के युवक ने परिचित के माध्यम से पिपलिया मंडी (मंदसौर) निवासी युवक से सेकंड हैंड ट्रैक्टर लेने की बात कही थी। आरोपी ने सीज करने कंपनी का कर्मचारी बताते हुए बैंक के माध्यम से सीज किए हुए ट्रैक्टर दिलाने की बात कही। उसने सवा तीन लाख रुपए लेकर रिलीजिंग ऑर्डर जारी कर दिए और फरियादी ट्रैक्टर लेकर भी चला गया। बाद में पता चला कि उक्त रिलीजिंग ऑर्डर किसी बैंक ने जारी नहीं किया और वह फर्जी है। फरियादी उक्त ट्रैक्टर को पुन: कंपनी में जमा कराने के बाद आरोपी से संपर्क किया तो उसका मोबाइल बंद मिला।
जानकारी के अनुसार इंदौर के मालीपुरा निवासी जितेंद्र पिता बाबूलाल केथवास को पुराने ट्रैक्टर की आवश्यकता थी। उसके रिश्तेदार पिपलिया मंडी (मंदसौर) में निवास करते हैं। रिश्तेदार के घर के पास में किराये से रहने वाले सौरभ पिता देवेंद्र यादव ने वाहनों की सीज करने वाली कंपनी का कर्मचारी बताते हुए ऑनलाइन काम करने की बात कही और ट्रैक्टर दिलाने का आश्वासन दिया। उसने 4 जनवरी को महू रोड स्थित पटवा यार्ड में खड़ा ट्रैक्टर दिखाया। जितेंद्र को ट्रैक्टर पसंद आ गया और 3.25 लाख रुपए में सौदा तय हो गया। जितेंद्र ने 5 हजार रुपए नकद व 15 हजार गुगल पे पर डाल दिए। 24 जनवरी का रिलीजिंग ऑर्डर मेल पर भेजने की बात कहते हुए सौरभ ने शेष राशि बैंक अकाउंट में डालने के लिए कहा। जितेंद्र ने शेष राशि उसके बैंक अकाउंट में डाल दी। 24 जनवरी को मुहूर्त नहीं होने पर जितेंद्र 28 जनवरी को जब पटवा यार्ड में पहुंचता को ट्रैक्टर नहीं था। पूछने पर सौरभ ने बताया कि हो सकता है ट्रैक्टर बिक गया होगा में दूसरा ट्रैक्टर दिलवाता हूं।
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