BJP ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए 57 कैंडीडेट्स की लिस्ट जारी कर दी है। पहले दो चरणों के चुनाव के लिए जारी हुई लिस्ट में एक भी मुस्लिम को पार्टी ने कैंडीडेट नहीं बनाया है। सियासी जानकारों का कहना है कि भाजपा यहां पूरी तरह से हिंदू वोटों को पोलराइज करने की कोशिश कर रही है। ऐसे में संभव है कि पार्टी पूरे प्रदेश में एक भी मुस्लिम प्रत्याशी न उतारे। टिकट घोषणा से एक दिन पहले BJP ज्वॉइन करने वाले तन्मय घोष को विष्णुपुर से उम्मीदवार बनाया गया है। इससे पहले वे विष्णुपुर में TMC के यूथ टाउन प्रेसीडेंट थे। पार्टी की पहली लिस्ट में 12 SC, 7 ST उम्मीदवारों के नाम भी हैं।
BJP की पहली लिस्ट में बड़ा नाम शुभेंदु अधिकारी का है। वे ममता बनर्जी के नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगे। रवींद्र भारती यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और चुनाव विश्लेषक डॉ. विश्वनाथ चक्रवर्ती कहते हैं, 'शुभेंदु अधिकारी के परिवार से और किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया गया है क्योंकि उनके परिवार ने यह निर्णय लिया है कि इस बार सिर्फ शुभेंदु ही चुनावी मैदान में होंगे।' शुभेंदु के पिता शिशिर अधिकारी तीन बार सांसद रह चुके हैं। वे UPA -2 सरकार में रूरल डेवलपमेंट मंत्री भी थे। ममता बनर्जी ने नंदीग्राम को ही मुद्दा बनाकर बंगाल से लेफ्ट का किला उखाड़ा था। वहीं, शुभेंदु की भी नंदीग्राम इलाके में गहरी पकड़ मानी जाती है। 2016 में उन्होंने नंदीग्राम सीट जीती थी और इसके बाद ममता सरकार में वे ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर बनाए गए थे। कुछ दिनों पहले ही वे तृणमूल छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं।
2019 में नंदीग्राम में BJP के पास आ गए CPM के वोट
2016 के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम में TMC को 1 लाख 34,623 वोट मिले थे। CPM को 53,393 वोट मिले थे। जबकि BJP को महज 10,713 वोट मिले थे। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में TMC को 1 लाख 30,059 वोट मिले। लेकिन, BJP के वोट 10 हजार से बढ़कर 62 हजार 268 पर पहुंच गए। CPM 9353 पर आ गई।
वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी कहते हैं कि CPM के पूरे वोट BJP के पास आ गए थे। TMC को करीब साढ़े तीन हजार वोट का ही नुकसान हुआ था। इस बार भी जमीन पर CPM की पकड़ बहुत मजबूत नजर नहीं आ रही। ऐसे में BJP इस आंकड़े से आगे जा सकती है, क्योंकि अब शुभेंद अधिकारी नंदीग्राम से BJP उम्मीदवार हैं। नंदीग्राम में 30 फीसदी से ज्यादा आबादी मुस्लिम तबके की है। दलित भी यहां काफी संख्या में हैं। BJP का फोकस पूरी तरह से हिंदू वोटों पर ही है। अधिकारी परिवार का इस इलाके में अच्छा दबदबा है। एक्सपर्ट्स कहते हैं, 'ममता नंदीग्राम से हारती हैं तो फिर सत्ता भी जाना तय है। वहीं शुभेंदु अगर हार भी गए तो बंगाल के बड़े चेहरे के तौर पर BJP उन्हें राज्यसभा तो भेज ही सकती है।'
TMC में टिकट नहीं मिलने वाले भाजपा में शामिल हो रहे
शनिवार को ही BJP में कई बंगाली एक्टर्स शामिल हुए। इनमें राहुल चक्रवर्ती ,देबाश्री भट्टाचार्य के अलावा तृणमूल की पूर्व विधायक दिपाली साहा, TMC के छात्र परिषद के स्टेट सेक्रेटरी रहे कनिष्क मजूमदार, TMC यूथ लीडर सौरव रॉय चौधरी, सयान मुखर्जी, सुभंकर शामिल हैं।TMC ने अपने सभी 291 सीटों पर कैंडीडेट अनाउंस कर दिए हैं। जिन लोगों के टिकट नहीं मिले हैं, अब वे भाजपा में संपर्क कर रहे हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि जल्द ही कई पूर्व TMC विधायक और टिकट के अन्य दावेदार BJP में शामिल हो सकते हैं। BJP ने अभी सिर्फ 57 कैंडीडेट्स के नाम ही जारी किए हैं। पार्टी फेज वाइज ही टिकट की लिस्ट जारी करेगी।
दो पूर्व IPS होंगे आमने-सामने
देबरा सीट से दो पूर्व IPS ऑफिसर इस बार चुनाव में आमने-सामने होंगे। इसमें एक हैं हुमायूं कबीर, जिन्होंने पिछले महीने ही पुलिस कमिश्नर का पद छोड़ा था। इन्हें TMC से टिकट मिला है। वहीं दूसरी हैं, भारती घोष। भारती झाड़ग्राम की कमिश्नर रही हैं और एक समय ममता बनर्जी की करीब मानी जाती थीं। लेकिन, जल्दी रिटायरमेंट लेने के बाद उन्होंने BJP ज्वॉइन की। वे पार्टी में 2019 में हुए लोकसभा के पहले ही शामिल हो चुकी थीं।
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