जमीन की धोखाधड़ी में गिरफ्तार बदमाश और कुख्यात अड़ीबाज सज्जू उर्फ साजिद की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने फिर से जागृति गृह निर्माण संस्था की फाइल खोल दी है। एसपी पूर्व, आशुतोष बागरी के अनुसार जागृति गृह निर्माण संस्था की शुरुआत से पड़ताल की जा रही है, या यूं कहें कि इसकी जड़ से लेकर सिरे तक की जानकारी जुटाई जा रही है। थानेदारों को टास्क दिया है कि इस जमीन और संस्था की पूरी कुंडली तैयार करें। किसने जमीन बेची थी फिर किसने खरीदी और संस्था का गठन कैसे हुआ। किस माफिया ने कैसे एंट्री की। इसी दौरान पता चला है कि इसका तो पूरा नक्शा ही फर्जी है।
असल नक्शा कुछ और था, जिसमें प्लॉट की साइज 30 बाय 50 हुआ करती थी, लेकिन बाद में उसे 28 बाय 52 कर दिया गया। उसके बाद तीसरे स्वरूप में प्लॉट को आधा कर दिया। जो लोग इसके असल खरीदार थे, उन्हें तो प्लॉट मिला ही नहीं, क्योंकि पहले कॉलोनियों को आवंटन के नाम पर रोका फिर खरीदारों को धमकाया।
कई को भ्रामक जानकारियां दीं और कई को सालों तक दौड़ाया। ऐसे में असल खरीदारों को उनके मूल रुपए वापस कर दिए तो कई को वह भी नहीं दिए। फिर सहकारिता की समझ जानने वाले भूमाफियाओं ने इसमें एंट्री की। उन्होंने ठगोरों का गठबंधन कर पूरी प्लानिंग की और इसके नक्शे ही बदल दिए।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जागृति संस्था के नक्शे बदलने में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अफसरों की मिलीभगत की जानकारी मिली है। अब यह पता लगाएंगे कि आखिर नक्शा किस दौर में बदला है और उस दौरान कौन-कौन अफसर यहां कार्यरत थे। किसकी जिम्मेदारी थी इस नक्शे और संस्था को देखने की। इसलिए पुलिस थाने से इस विभाग को नोटिस भी दिया जा रहा है। उनसे 15 दिन के भीतर जवाब-तलब किए जाएंगे।
पुष्पविहार कॉलोनी : 160 पीड़ितों ने दिया शपथ पत्र- पहली रजिस्ट्री वाला व्यक्ति आया तो छोड़ देंगे प्लाॅट
पुष्पविहार में पीड़ितों को प्लाॅट दिलाने के लिए शनिवार को एक बार फिर कैंप लगाया गया। इस कैंप में ऐसे 160 लोगों को बुलाया गया था, जिनके प्लाॅट की दोहरी रजिस्ट्री है, लेकिन कैंप में पहला रजिस्ट्रीधारक अभी तक सामने नहीं आया। इस कैंप में इन पीड़ित लोगों ने अपने सभी दस्तावेज देने के साथ ही शपथ पत्र दिया।
इसमें लिखा है कि यदि पहली रजिस्ट्री वाला सही व्यक्ति सामने आता है तो वे आवंटित होने वाले प्लाॅट पर से अपना स्वामित्व छोड़ देंगे। साथ ही उस प्लाॅट पर किसी तरह का क्लेम नहीं करेंगे। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर ने कहा कि शपथ पत्र लेने और सभी दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद पीड़ितों को उनके हक के प्लाॅट का कब्जा दे दिया जाएगा।
बॉबी का खास गुर्गा है साजिद, अब तक उसके खिलाफ कुछ नहीं बोला, घर से हुई 30 रजिस्ट्री बरामद, अड़ीबाजी कर नहीं बनाने दे रहा था मकान
न्यायनगर की जमीन धोखाधड़ी में गिरफ्तार मोहम्मद साजिद उर्फ सज्जू कुख्यात भूमाफिया बॉबी छाबड़ा का खास गुर्गा है, लेकिन उसने पूछताछ में अभी तक बॉबी का एक भी बार नाम नहीं लिया है। अफसरों का कहना है कि वह बहुत शातिर है। उसके खिलाफ जितने सबूत मिल रहे हैं, बस उसमें ही हामी भर रहा है, बाकी कोई जानकारी नहीं दे रहा है।
एसपी आशुतोष बागरी के अनुसार साजिद (46) पिता मोहम्मद शौकत निवासी 61 नंदनवन माणिकबाग रोड से लगातार पूछताछ चल रही है। उसके घर से करीब 30 रजिस्ट्रियां बरामद हुई हैं। ये सभी रजिस्ट्रियां उन लोगों की हैं, जिन्हें धमकाकर साजिद मकान नहीं बनने दे रहा था। साजिद धोखाधड़ी के अलावा अड़ीबाजी करता था। उसने इन सभी पीड़ितों के प्लाट पर बिना कब्जा किए अपना हक जता लिया था। उन पीड़ितों को मकान भी नहीं बनाने दे रहा था। जैसे ही उसके खिलाफ एफआईआर हुई तो 20 से ज्यादा पीड़ितों ने पुलिस को धन्यवाद किया।
हैदर के लिए दिल्ली में दबिश
खजराना पुलिस की टीम ने आरोपी नसीम हैदर की तलाश में मुरादाबाद और यूपी के संभल इलाके में दबिश दी है। हालांकि आरोपी वहां नहीं मिला है। उधर, पुलिस की एक टीम अब बब्बू की डिटेल खंगालने में जुटी है।
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