- जयपुर भागे थे, खुड़ैल थाने में किया सरेंडर
सराफा व्यापारी के बेटे अरविंद सोनी की हत्या में शामिल मुख्य आरोपियों ने खुड़ैल पुलिस के समक्ष सरेंडर किया है। आरोपी कृष्णा मालवीय और रोहित उर्फ डॉन हत्या के बाद मृतक की मेस्ट्रो गाड़ी लेकर इंदौर से भोपाल फिर वहां से कोटा पहुंचे। यहां मृतक की गाड़ी बस स्टैंड पर खड़ी कर बस के जरिए जयपुर भाग गए। यहां एक होटल में ठहरने के दौरान दोनों से आईडी मांगा तो रोहित ने अपनी मां को घर पर आईडी के लिए फोन किया।
मां ने फोन उठाया और उसे कहा कि पुलिस ने हम सभी को थाने में बैठा लिया है। कृष्णा के परिवर व महिलाएं भी थाने में हैं। तुम लोग आ जाओ। इस पर आरोपी वापस कोटा आए वहां से मेस्ट्रो गाड़ी फिर उठाई और सीधे खुड़ैल थाने आ गए। आरोपियों ने बताया कि अरविंद को घर से रैकी करने के बाद उसी की मेस्ट्रो गाड़ी से कंपेल फार्म हाउस लेकर गए थे। शराब पार्टी भी करवाई थी।
आरोपियों की पार्टी में भी शामिल हुआ था आरक्षक
इस हत्याकांड में तीनों आरोपियों के क्रॉस बयान में आरक्षक सौरभ श्रीवास्तव की भी भूमिका स्पष्ट हो गई। आरोपियों ने कहा कि सौरभ भी फार्म हाउस पर उनकी पार्टी में आया था। जब अरविंद से विवाद हुआ तो सौरभ ने भी उसे डंडे मारे थे। वह पार्टी के बाद चला गया था। उसे दर्द की गोलियां दे दी। सुबह रवि उठा तो उसने फिर डंडों से पीटा। इससे पेट व पसलियों में दर्द बढ़ गया। कृष्णा और रोहित उसे मेस्ट्रो में बीच में बैठाकर ले जा रहे थे। रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
बंगाली चौराहे से वापस आए तो मौत हो गई
आरोपी कृष्णा ने बताया कि सनावदिया में अरविंद को छोड़ने के बाद वे वापस बंगाली चौराहे से रिक्शा से उसके पास गए तो वहां पुलिस व लोगों की भीड़ लग गई थी। आरक्षक सौरभ को भेजा तो उसने बताया अरविंद मर गया है। मामला हत्या का हो गया है। वे उसकी गाड़ी वहां से उठाकर सीधे कोटा भाग गए।
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