- स्पेशल डीजी को-ऑपरेटिव सेल ने अफसरों से की बात
आर्थिक अपराध और अपराधियों को लेकर रविवार को स्पेशल डीजी को-ऑपरेटिव सेल राजेंद्र मिश्रा ने पुलिस अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि को-ऑपरेटिव सेक्टर्स, वित्तीय अपराध, चिट फंड कंपनी, एनजीओ और ट्रस्ट में सक्रिय धोखेबाज व भू-माफियाओं को पुलिस किसी भी सूरत में ना बक्शे।
इन्हें जेल भेजने की जगह आर्थिक रूप से तोड़ना जरूरी है, क्योंकि समाज में लोक-लाज का इन्हें डर नहीं है। ये जेल से लौटकर फिर सक्रिय हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सीआरपीसी की धारा 91 में पुलिस को जांच के लिए हर विभाग को जरूरी दस्तावेज उपलब्ध करवाने का हक है। यदि कोई भी विभाग या उसका जिम्मेदार ऐसा नहीं करता है तो उसे एक माह की सजा करवाकर उसकी नौकरी भी ली जा सकती है।
फरार 14 भूमाफियाओं को पकड़ने बनाई दो टीम
जमीन-प्लॉट धोखाधड़ी में फरार 14 भू -माफियाओं को आर्थिक रूप से तोड़ने के लिए एसआईटी टीम में से दो स्पेशल टीमें पूर्वी क्षेत्र के एसपी आशुतोष बागरी ने तैयार की हैं। इन दोनों टीमों में एक टीम फरार माफियाओं की तफ्तीश में जुटी हैं तो दूसरी नामी-बेनामी संपतियों व रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी संपतियां खंगाल रही है।
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