जायद फसलों का रकबा बढाने हेतु तथा किसानों को कम समय में अधिक मुनाफा प्राप्त करने के लिये गेहूँ फसल की कटाई के बाद या अन्तवर्तीय फसल के रूप में बोने के लिये मूंग की वैरायटी स्वाती उपलब्ध कराई जा रही है। यह किस्म 60 से 70 दिन में पककर तैयार हो जाती है। किसानों को सलाह दी गई है कि मूंग बोने के पूर्व खेत की तैयारी कर एक एकड़ के लिये एक बैग यूरिया, चार बैग सुपर फास्फेट एवं एक बैग पोटाश बीज बोने के पूर्व उपयोग करें। बुवाई पूर्व बीजोपचार दो ग्राम थायरम व एक ग्राम कार्बेन्डाजिम प्रति किलोग्राम बीज के हिसाब से जरूर करे तथा बाद में बीज को राइजोबियम कल्चर एवं पीएसबी कल्चर की पांच ग्राम मात्रा से एक किलो बीज को उपचार कर बोये। एक एकड क्षेत्र के लिये 8 से 10 किलो बीज की मात्रा बोये। फसल की बढवार अवस्था में रसचूसक कीटों से बचाव के लिये इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल की मात्रा 6 से 8 एमएल प्रति पंप छिडकाव करें। मूंग बीज में स्वाती किस्म-2195 बीज निगम में उपलब्ध है।
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