बिजली चोरी रोकने के लिए टीम भावना के साथ काम करें। अधिकारी साथी कर्मचारियों के कंधे से कंधा मिलाकर काम करें। यह बात मप्र ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने शनिवार को पोलो ग्राउंड में इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर के बिजली कंपनी की अधिकारियों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी रोकने के लिए कर्मचारी-अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करें। लाइनमैन को अनुभव होना चाहिए कि अनियमितता, बिजली चोरी रोकने में अधिकारी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं, तभी चोरी रोकने एवं लाइन लॉस कम करने में सफलता मिल पाएगी।
उन्होंने कहा कि हमें ईमानदार उपभोक्ताओं के साथ सम्मान भाव से काम करना होगा, बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सख्ती दिखाना होगी, तभी स्थिति सुधरेगी। दुबे ने सर्वाधिक बिजली चोरी वाले इलाके इंदौर के नगीन नगर एवं उज्जैन के बेगमबाग में विशेष कार्य योजना बनाकर तीन माह में परिणाम लाने के निर्देश दिए। दुबे ने कहा कि मीटर रीडर से सेल्फी बुलाई जाए ताकि वे मौके पर पहुंच रहे हैं, इस बात की पुष्टि हो सके। इसके साथ ही बिजली कंपनी के वाहनों पर GPS लगाया जाए, ताकि लोकेशन का पता लगे और वाहनों का दुरुपयोग न हो पाए। दुबे ने 40 फीसदी से ज्यादा लॉस वाले प्रत्येक वितरण ट्रांसफार्मर पर मीटर लगाने के निर्देश दिए।
बैठक में जानकारी दी गई कि कंपनी के 15 जिलों के दस हजार कर्मचारी राजस्व संग्रहण की गतिविधियों में लगे हैं। यह माह कंपनी की प्रतिष्ठा का माह है। सभी समर्पित भावना के साथ काम कर रहे हैं। इस मौके पर निदेशक मनोज झंवर, कार्यपालक निदेशक संजय मोहासे, गजरा मेहता, उज्जैन मुख्य अभियंता पुनीत दुबे, शहर अधीक्षण यंत्री कामेश श्रीवास्तव, ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डीएन शर्मा आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
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