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आज की पॉजिटिव खबर:स्टार्टअप के लिए प्लेसमेंट और US के कॉलेज की सीट छोड़ी, अब ऐसे ड्रोन बना रहे जो उत्तराखंड जैसी आपदा में काम आ रहे

 

मध्य प्रदेश के भोपाल के रहने वाले चिराग जैन IIT ग्रेजुएट हैं। दो साल पहले उन्होंने चार लोगों के साथ मिलकर EndureAir नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया। EndureAir ड्रोन डिजाइनिंग से लेकर उसकी मैन्युफैक्चरिंग पर काम करता है। यह ड्रोन 5 किलोग्राम तक का वजन उठाकर 100 किमी तक की दूरी तय कर सकता है। मुश्किल हालातों में इस ड्रोन परखने के लिए लद्दाख और पोखरण में भी इसका टेस्ट किया जा चुका है।

हाल ही में उत्तराखंड के चमोली में आई आपदा के दौरान भी इस ड्रोन की मदद बचाव कार्य में ली गई। DRDO, Zen Technologies, Delhivery जैसी नामी कंपनियों के लिए ड्रोन बनाकर यह स्टार्टअप साल 2019-2020 में एक करोड़ रुपए का रेवेन्यू जेनरेट कर चुका है।

IIT पटना के कैंपस प्लेसमेंट में ऑफर हुआ था 10 लाख का सालाना पैकेज

26 साल के चिराग बताते हैं, ‘इंजीनियरिंग में भी मेरा खास लगाव एयरोस्पेस में था। हवा में उड़ने वाली और अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले रॉकेट, सैटेलाइट से मेरा हमेशा से लगाव था। कॉलेज के दौरान ही मैंने ड्रोन का काम शुरू किया। मुझे एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में ही डीप रिसर्च करनी थी, क्योंकि यह बहुत ही क्रिटिकल टेक्नोलॉजी होती है और ये देश के विकास में भी अहम रोल निभाती है। बी.टेक के दौरान जब कैंपस प्लेसमेंट हुआ तो मैं उसमें बैठा, दो कंपनियों में मेरा सलेक्शन भी हो गया, लेकिन मैंने 10 लाख रुपए के सालाना पैकेज वाली नौकरी के ऑफर को छोड़ दिया।'


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