शहर में अकेले रहने वाले सीनियर सिटीजन की देखरेख में लगे पुलिस के सत्यकाम वालेंटियर्स भी कोरोना संक्रमण रोकने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। लॉकडाउन के बीच पुलिस के ये वालेंटियर्स ने शहर के कई सीनियर सिटीजन को दवाएं तो कई बुजुर्ग मुस्लिम परिवार के लोगों को रोजा इफ्तारी का सामान घर जाकर पहुंचा रहे हैं। यही नहीं सूरत से कोरोना संक्रमण के डर में इंदौर भाग आए एक 21 वर्षीय डायमंड कारोबारी के बेटे को भी सकुशल उसके घर लौटाया।
एएसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि पुलिस जहां ड्यूटी में व्यस्त हैं। वहींं हमारी 84 स्पाटों पर तैनात सत्यकाम वालेंटियर्स सीनियर सिटीजन की मदद में जुटे हैं। कुछ मुस्लिम बहुल इलाकों में हमारे वालेंटियर्स ने रोजा इफ्तारी के लिए अकेले रहने वाले बुजुर्गों को घर में इफ्तारी का सामान पहुंचाया तो वे खुश हुए। इसी तरह सूरत के रहने वाले एक डायमंड कारोबारी का 21 वर्षीय बेटा परिवार में सभी सदस्यों को हुए कोरोना संक्रमण के खौफ में ट्रेन से इंदौर आ गया। इंदौर रेलवे स्टेशन पर वह अपने किसी परिचित से संपर्क कर रहा था। तभी उसके माता-पिता ने इंदौर पुलिस को बेटे के आने की जानकारी दी।
इस पर सत्यकाम वॉलेंटियर पूनम गोयल ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर परिजन की मदद से बालक का नंबर लेकर उसे सुरक्षित किया और फिर उसे खाना खिलाकर वापस रेल का टिकट कर सूरत परिजन के पास भेजा। बालक ने बताया कि उसके माता-पिता क्वारैंटाइन हैं। वहीं, चाचा को कोरोना हुआ तो डर के मारे वह इंदौर आ गया। लेकिन यहां जिन रिश्तेदार के यहां उसे जाना था वे नहीं मिले। इस पर वह स्टेशन पर ही बैठ गया था। वॉलेंटियर पूनम गोयल ने उसके खाने का बंदोबस्त कर उसे वापस एक डिब्बे में कुछ यात्रियों को नजर रखने का बोल कर परिजन से बात करवाकर वापस सूरत भेजा।
0 टिप्पणियाँ