मां की ममता के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे, पर ये मामला मां की नफरत का है। बेटे की मारपीट से तंग आ चुकी 55 वर्षीय मां गीता लुहार ने दामाद विपिन के साथ मिलकर 3 लाख रुपए की सुपारी देकर 22 साल के बेटे जितेंद्र की हत्या करवा दी। छविराम गैंग के शॉर्प शूटर महेंद्र ठाकुर ने 20 मार्च को रात करीब 8 बजे कनपटी में गोली मारकर जितेंद्र की हत्या कर दी।
21 मार्च की सुबह कोलीपुरा गांव के पास जितेंद्र के घर से करीब दो किमी दूर एक खाली खेत में ग्रामीणों को उसका शव पड़ा मिला। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शॉर्प शूटर को दबोच लिया। उसने हत्या का राज खोल दिया। इसके बाद मां, दामाद और शॉर्प शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया।
बहू ढाई महीने की गर्भवती थी तभी गर्भपात करा दिया
जांच अधिकारी रामनाथ सिंह गुर्जर ने बताया कि गीता लुहार के दो बेटियां हैं। इनकी दो सगे भाइयों विपिन और सुनील से शादी हो चुकी है। जितेंद्र उर्फ टल्लड़ गीता का इकलौता बेटा था। वह शराब का आदी था और आए दिन मां से मारपीट करता था। गीता उससे बुरी तरह तंग आ चुकी थी। गीता के पास करीब 50 लाख रु. की संपत्ति है, जिसे वह अपनी दोनों बेटियों को ही देना चाहती थी।
जितेंद्र दोनों बहनों को नापसंद करता था और मां द्वारा बेटियों को पैसे आदि की मदद करने पर वह क्लेश करता था। इसी बात को लेकर उसने दामाद विपिन के साथ षड्यंत्र रचकर बेटे की हत्या करा दी। यही नहीं, जितेंद्र की 9 महीने पहले ही शादी हुई थी। उसकी पत्नी ज्योति जब ढाई माह की प्रेगनेंट थी तो सास ने गर्भपात करा दिया, ताकि कोई नया वारिस न बन जाए।
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