- तत्कालीन कलेक्टर पी नरहरि ने मुक्तिधाम तक शव ले जाने के लिए 300 रुपए तय किए थे, वसूल रहे 10 गुना ज्यादा
इंदौर:एमवाय से दो किमी दूर जूनी इंदौर मुक्तिधाम तक शव ले जाने के लिए 3000, यानी 1500 रुपए प्रति किमी वसूला जा रहा है। जबकि तत्कालीन कलेक्टर पी नरहरि ने शहर में शव ले जाने का शुल्क 300 रु. तय किया था। एमवाय से शव ले जाने का ठेका अख्तर लाला के पास है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर कहते हैं कि 250 रुपए तय है। अवैध वसूली की जानकारी नहीं है।
परिजन किराया ज्यादा होने का कहते हैं तो जवाब मिलता है ये कोरोना का रेट है
1. मुकेश जायसवाल ने रविवार सुबह शव इटारसी ले जाने के लिए पूछा तो एंबुलेंस संचालक ने 13 हजार रुपए मांगे। इतने पैसे नहीं होने पर यहीं अंतिम संस्कार का कहा तो जूनी इंदौर मुक्तिधाम के लिए भी 3000 मांगे। रेट ज्यादा होने की बात कही तो जवाब मिला, कोई और हाथ भी नहीं लगाएगा।
2. नीतेश पांडे के पिता की सुपर स्पेशिएिलटी में 6 अप्रैल को मौत हो गई। उन्हें कोरोना नहीं था। हॉस्पिटल से खबर मिली कि शव एमवाय की मर्च्युरी में है। वहां पहुंचे तो एंबुलेंस में मिला। ड्राइवर ने पंचकुइया के 3000 रु. मांगे। रसीद मांगी तो बोले नहीं मिलेगी। ले जाना हो तो ठीक वरना यहीं सड़ता रहेगा शव।
3. लवेश बांगर के पिता रूपकुमार बांगर को 30 मार्च को एमवायएच में भर्ती कराया। तीन घंटे बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मर्च्युरी के बजाय एंबुलेंस चालक ने शव गाड़ी में ही रहने दिया। उसने ही कागज बनवाए और डराने लगा कि कोविड का शव है हम क्रियाकर्म कर देंगे। तीन हजार वसूल कर ही माने।
4. ओजस के पिता की गुरुवार रात को मृत्यु हो गई। सूचना पर वह अस्पताल पहुंचे तो शव एंबुलेंस में मिला। रात में शव मर्च्युरी में रखवाया गया। अगली सुबह तिलक नगर मुक्तिधाम तक लेकर गए। वहां तक का किराया 3 हजार रुपए वसूल किया गया। ज्यादा होने की बात कही तो जवाब मिला, ये तो कोरोना का रेट है।
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