पीथमपुर में लगातार 13 दिन यानी 312 घंटे तक करीब सवा सौ लोगों की मेहनत मंगलवार रात को जाकर सफल हुई। देर रात जांच के बाद यहां की ऑक्सीजन की शुद्धता जैसे ही मीटर में सौ फीसदी दिखाना शुरू हुई, काम करने वालों के चेहरे पर मुस्कान आ गई। देर रात को ही सिलेंडर रैक पर लगा दिए गए, जिससे 40 मिनट में एक साथ सौ सिलेंडर भरे जा सकेंगे।
अब एमसीएल के इस प्लांट से बुधवार सुबह से हर दिन करीब चार हजार सिलेंडर की सप्लाय हो सकेगी। ऑक्सीजन की जांच के दौरान मौके पर एकेवीएन एमडी रोहन सक्सेना व अन्य अधिकारियों के साथ ही प्लांट हेड तकनीकी एनके सिंह, एडमिन हेड मदन अग्रवाल और टेक्निकल हेड विपिन नामदेव मौजूद थे।
माइनस 1830 पर मिलने लगती है ऑक्सीजन
हवा में 78% नाइट्रोजन और 21% ऑक्सीजन व एक फीसदी में अन्य गैस होती है। हवा से ऑक्सीजन बनाने के लिए मशीन में इसे ले जाकर माइनस तापमान किया जाता है और जैसे तापमान नीचे जाता है, अन्य गैस अलग होने लगती है। तापमान -183 डिग्री होने पर हवा में केवल लिक्विड ऑक्सीजन आ जाती है, जो शुद्ध रूप में होती है।
सेवाकुंज को कोविड केयर सेंटर घोषित किया गया
सेवाकुंज अस्पताल को कलेक्टर कोविड केयर सेंटर घोषित कर दिया गया है। इसमें बिना लक्षण वाले (ए सिम्टोमेटिक) मरीजों को ही रखा जाएगा।
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