Header Ads Widget

Responsive Advertisement

जनता कर्फ्यू में प्रशासन की सख्ती: बेवजह घूमते पकड़े गए 226

 

कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए बुधवार सुबह से सख्त जनता कर्फ्यू लागू कर दिया गया। बेवजह घूमते पकड़े जाने पर लोग कभी मैयत में जाने तो कभी बीमारी का बहाना बनाते नजर आए। पुलिस ने कुछ को तो समझाइश देकर छोड़ दिया, लेकिन कुछ को सिटी बसों से अस्थायी जेल भेज दिया।

रीगल तिराहा; युवक बोला- मार डालो साहब, नाम नहीं बताऊंगा
सुबह ट्रैफिक कर्मचारी रणजीत सिंह और तुकोगंज के पुलिस कर्मचारी रीगल तिराहे पर तैनात थे, तभी बाइक सवार एक युवक को रोका। उससे बाहर निकलने का कारण पूछा तो युवक ने कहा- एक ज्वेलर के यहां गहने बनाता हूं। पुलिसकर्मी ने ज्वेलर का नाम पूछा तो कहने लगा कि मार डालो साहब, लेकिन नाम नहीं बताऊंगा। फिर बोला- एक ठेकेदार के साथ गहने बनाता हूं। काफी पूछताछ के बाद भी उसने अपने ठेकेदार और ज्वेलर का नाम नहीं बताया। उसे अस्थायी जेल भेज दिया गया।

भाई को टायफाइड है, उसके लिए पानी लेने जा रहे थे
पुलिस ने एक एक्टिवा और एक बाइक रोकी। उन पर चार युवक सवार थे। बोले- साहब भाई को टायफाइड हुआ है। उसके लिए पानी लेने जा रहे हैं। इस पर सिपाही ने कहा कि दो भी जा सकते थे तो बाकी दो बोले- साहब ये दोनों घबरा रहे थे, इसलिए हम पीछे-पीछे चल रहे थे, कहीं गिर ना जाएं। पुलिस ने दो को पानी लेने भेजा और दो को घर भेज दिया।

नंदलालपुरा में अच्छी सब्जी मिलती है, वहां जा रहा हूं
खजराना मंदिर के पास रहने वाले एक युवक को पुलिस ने रोका। उसकी बाइक पर थैली टंगी थी। उसने अपना नाम सुनील बताया। बोला- साहब नंदलालपुरा में अच्छी सब्जी मिलती है, इसलिए वहां जा रहा हूं। एक युवक ने कहा अस्पताल जाना है, लेकिन नाम नहीं बताया।
कहा- मैयत में जा रहा हूं, पर पता नहीं बता पाया
चौथी बाइक रोकी तो युवक बचते हुए बोला- साहब एक परिचित के यहां मैयत में जा रहा हूं। अभी पहुंच जाऊंगा, वरना देर हो जाएगी। उससे परिवार का नाम और पता पूछा तो बता नहीं पाया।

प्रशासन ने सुबह से हर थाने पर लगाई एक-एक बस

कोरोना कर्फ्यू में बेवजह घूमने वालों में सबसे ज्यादा छोटी ग्वालटोली, लसूड़िया और एमआईजी पुलिस ने कार्रवाई की। लोगों को जेल भेजने के लिए प्रशासन ने सुबह से हर थाने में एक बस लगा दी थी। बेवजह घूम रही महिलाओं को भी पुलिस ने जेल भेजा। उधर, कलेक्टर मनीष सिंह ने जनता से कहा कि वे जनता कर्फ्यू के नियमों का पालन करें। अनावश्यक रूप से घरों के बाहर ना निकले।

पहले कहा- आईटी कंपनी में हूं, फिर बोला- कंप्यूटर लेने जा रहा
एलआईजी चौराहे पर एमआईजी पुलिस और ट्रैफिककर्मी सुमंत सिंह की ड्यूटी थी। यहां जेल जाने के लिए सिटी बस में बैठाए गए एक युवक ने कहा कि वह आईटी कंपनी में काम करता है। उससे कहा गया कि कंपनियां तो बंद हैं तो फिर उसने कहा कि कम्प्यूटर लेने जा रहा था। फिर कहने लगा कि छूट का आधा घंटा बाकी है। एक और युवक बोला पालदा की कंपनी में काम करता हूं, सेठ ने बोला था कोई सख्ती नहीं है। अब पकड़ाया तो फोन नहीं उठा रहा।

उठक-बैठक भी लगवाई अड़ियलों को जेल भेजा
पुलिस का कहना है कि जानकारी के बाद भी 10 प्रतिशत लोग बिना वजह ही निकले थे। इसलिए उन्हें रोका और सबक सिखाया। कुछ को उठक-बैठक लगाई, कुछ को समझाकर घर भेज दिया, लेकिन जो अड़ियल और बदमाश थे, उन्हें सिटी बस से अस्थायी जेल भेज दिया।

बीआरटीएस कॉरिडोर पर सुबह 6 बजे से साइकिलिंग और मॉर्निंग वॉक करने वालों की भीड़
बीआरटीएस कॉरिडोर पर सुबह 6 बजे से साइकिलिंग और मॉर्निंग वॉक वालों की भीड़ थी। सख्ती का पहला दिन होने के कारण पुलिस ने सभी को हिदायत दी। मंगलवार की अपेक्षा बुधवार को ट्रैफिक 70 प्रतिशत तक कम था। कई लोग सब्जियां खरीदने के बहाने दूसरी जगह जा रहे थे, लेकिन जब पुलिस ने रोका तो लौट गए। अस्थायी जेल भेजे गए लोगों को शाम 5 बजे छोड़ दिया गया, लेकिन कुछ पर प्रतिबंधात्मक धाराएं लगाकर जेल भेज दिया गया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ