इंदौर:सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक 1 अप्रैल से 13 अप्रैल तक शहर में कोरोना से सिर्फ 55 मौतें हुई हैं, जबकि हकीकत इससे आठ गुना डरावनी है। 1 अप्रैल से 13 अप्रैल तक शहर के छह मुक्तिधामों में 401 शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया गया है।
रामबाग, पंचकुइया, जूनी इंदौर, रीजनल पार्क, विजय नगर और मालवा मिल मुक्तिधाम पर 13 दिनों में हुए अंतिम संस्कार के आंकड़े सेवादारों से जुटाए तो पता चला 1 से 13 अप्रैल के बीच सबसे ज्यादा 99 कोविड शव विजय नगर मुक्तिधाम में जलाए हैं, जबकि रामबाग में 36, पंचकुइया में 83 कोविड शव जले।
मुक्तिधाम के सेवादार भी होने लगे हैं बीमार
मुक्तिधाम के सेवादार भी बीमार पड़ने लगे हैं। जूनी इंदौर मुक्तिधाम का सेवादार कल से हॉस्पिटल में भर्ती है जबकि रामबाग मुक्तिधाम के सेवादार ने बुखार और हाथ-पैर में दर्द के कारण छुट्टी ले ली है।
कोविड शवों के बारे में जानकारी देने से बच रहे
तिलक नगर मुक्तिधाम के सेवादार ने यह कहते हुए जानकारी देने से इनकार कर दिया कि हमें अधिकारियों ने मीडिया से बात करने से इनकार किया है। जो भी जानकारी चाहिए, निगम से लें।
पांच और माइक्रो कंटेनमेंट एरिया घोषित
कोरोना केस के आधार पर प्रशासन ने पांच क्षेत्रों को माइक्रो कंटेनमेंट एरिया घोषित किया है। इनमें विजय नगर, ईके-स्कीम 54 की गली, ग्राम किलौद हाला की एक गली व सनसिटी गली नंबर तीन, न्यू मालवीय नगर गली नंबर तीन व राजीव आवास विहार कॉलोनी स्कीम नंबर 114 ए-ब्लॉक नंबर 3 शामिल है।
निगम ने 10 जोन से जमा किए 500 ऑक्सीजन सिलेंडर
10 जोन से निगम ने 500 से ज्यादा सिलेंडर जमा कर लिए हैं। इन्हें पीथमपुर से रिफिल करवाकर कोविड कंट्रोल रूम के जरिए बांटा जा रहा है। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया 11, 17, 18, 15, 16, 8, 7, 12 सहित 10 जोन में बस और ट्रक बॉडी बनाने वालों और उद्योगों से ऑक्सीजन सिलेंडर लिए जा रहे हैं। मंगलवार तक 500 सिलेंडर निगम की वर्कशॉप ने जमा कर लिए। इन्हें निगम की ही गाड़ियों से पीथमपुर प्लांट पर रिफिलिंग के लिए भेजा जा रहा है।
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