केंद्र सरकार के फैसले के अनुसार आठ बैंकों का अन्य बैंकों में विलय किया गया है, जो 1 अप्रैल से प्रभावी हो जाएगा। इन बैंकों के विलय के बाद इनकी चेकबुक और पासबुक नहीं चलेगी। ग्राहकों के अकाउंट नंबर, आईएफएस कोड आदि भी बदल जाएंगे। ग्राहकों को इन शाखाओं में जाकर नई चेकबुक आदि लेना होगी और पुरानी पासबुक भी साथ रखना होगी। ग्राहकोें को अपनी केवायसी अपडेट करना होगी। इन बैंकों की इंदौर में करीब 80 शाखाएं और प्रभावित होने वाले करीब साव लाख खाताधारक हैं।
नए लेने तक डेबिट और क्रेडिट कार्ड काम करते रहेंगे
Q. क्या मेरे बैंक खातों पर असर पड़ेगा?
A. खाताधारकों को बैंक जाकर अपनी मौजूदा पासबुक को नई पासबुक से बदलवाना होगा। विलय होने वाले बैंकों के अकाउंट नंबर में अगर बराबर अंक रहे तो अकाउंट नंबर शायद नहीं बदले। अंकों की संख्या में फर्क होने पर बदलाव होगा।
Q. क्या बैंकों की ब्रांच भी बदल जाएगी?
A. कम से कम छह माह ब्रांच नहीं बदलेगी। यदि पास-पास दोनों बैंक शाखाएं थीं, तो फिर एक जगह मर्जर हो सकता है और ब्रांच बंद हो सकती है।
Q. पुरानी चेकबुक, पासबुक का क्या होगा?
A. विलय वाले बैंकों के नाम बदल जाएंगे। चेकबुक निरस्त होगी और नई चेकबुक मिलेगी। पासबुक भी बदलेगी। पुराने चेक प्रोसेस में तो चल जाएंगे, लेकिन 1 अप्रैल के बाद नई चेकबुक के चेक लगेंगे।
Q. विलय के बाद बैंक का आईएफएस कोड भी बदलेगा क्या?
A. हां, एक बार विलय के बाद बैंक का आईएफएस कोड भी बदल जाएगा।
Q. डेबिट और क्रेडिट कार्ड का अब क्या होगा?
A. डेबिट और क्रेडिट कार्ड काम करते रहेंगे। आप नए बैंक में इन्हें सरेंडर कर नए कार्ड ले सकेंगे।
Q. एफडी आदि का क्या होगा?
जवाब : सब पहले की तरह बनी रहेगी।
Q. बैंक लोन पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
A. पहले से चल रहे विभिन्न तरह के लोन जैसे होम लोन, व्हीकल लोन, एजुकेशन लोन, पर्सनल लोन और गोल्ड लोन की पुरानी दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। नए लोन पर नई दर होगी।
Q. बैंक जानकारी कहीं अपडेट करना होगी?
A. हां, म्यूच्युल फंड, पीएफ खाते, अन्य वित्तीय लेन-देन वाली जगह नई जानकारी अपडेट होगी।
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