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जीवनरक्षक दवाई का सप्लाई सिस्टम ही संक्रमित:95 अस्पतालों में 2500 मरीजों को दो दिन से नहीं मिल सके रेमडेसिविर

 

सांसों पर ब्रेक न लगे, इसलिए कार में ही दे रहे उपचार।
  • पुराने ऑर्डर के नाम पर आधा दर्जन अस्पतालों में पहुंच गए सात हजार रेमडेसिविर

केंद्र के कोटा आवंटन नीति शासन की मॉनिटरिंग नीति दोनों को ताक पर रखते हुए एक निजी कंपनी ने शहर के करीब आधा दर्जन अस्पतालों को तीन-चार दिन के भीतर ही सीधे सात हजार से अधिक रेमडेसिविर के डोज पहुंचा दिए। उधर, शहर के 95 निजी अस्पतालों में आईसीयू, एचडीयू के बेड पर गंभीर हालत में भर्ती ढाई हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों को दो दिन से रेमडेसिविर का एक डोज तक नहीं मिला है। इन मरीजों में हर दिन संक्रमण बढ़ता जा रहा है। वहीं अस्पतालों में भर्ती मरीज डिस्चार्ज नहीं हो रहे हैं और इसके चलते बाहर बेड के लिए इंतजार कर रहे मरीज भी उपचार के लिए तरस रहे हैं। इस मामले में दो दिन पहले भाजपा नेता गोविंद मालू ने भी जांच करने के लिए पत्र लिखा था।
स्टॉकिस्ट और डीलर के पास भी नहीं पहुंचे इंजेक्शन
बताया जा रहा है कि जिन अस्पतालों में यह डोज पहुंचे हैं, उनके यह सीधे कंपनी को पुराने ऑर्डर थे, जिसकी सप्लाय अब हुई है और यह डोज स्टॉकिस्ट और डीलर के पास भी नहीं गए। सीधे कंपनी के प्लांट से इसकी बिलिंग हुई और इन अस्पतालों की दवा दुकान पर पहुंच गए। अब इस मामले में भोपाल के अधिकारियों ने सवाल मैसेज करने के बाद भी चुप्पी साध ली और जवाब नहीं दिया, वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि केंद्र और राज्य स्तर पर आवंटन हो रहा है। हमारा जिम्मा केवल वितरण का है।

अस्पताल को मिले रेमडेसिविर की ही कालाबाजारी कर रहा था मेल नर्स, अस्पताल संचालक भी जांच के दायरे में

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में क्राइम ब्रांच द्वारा पकड़े गए तीन आरोपियों ने कबूला है कि वे सनराइज अस्पताल को मिले इंजेक्शन की ही कालाबाजारी कर रहे थे। टीम अस्पताल के संचालक डॉ. राजेश उर्फ राजेश्वर योगी व अन्य स्टाफ की भूमिका भी जांच रही है। एएसपी क्राइम ब्रांच गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि शनिवार को सूचना मिली थी कि पंचवटी कॉलोनी के पास स्थित सनराइज हॉस्पिटल के मेल नर्स बजरंग राठौर निवासी आगर मालवा व उसके साथी मानसिंह मीणा निवासी राजगढ़ हाल मुकाम आदर्श मेघदूत नगर व अंकित पटवारी निवासी चित्रा नगर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं।

आरोपी बजरंग सनराइज हॉस्पिटल में मेल नर्स है। इसने हॉस्पिटल के स्टॉक से ही उक्त इंजेक्शन लाकर बेचने की बात कही है। आरोपी अंकित प्राइवेट एम्बुलेंस चलाता है और आरोपी मानसिंह केयर टेकर है। ये शहर के कई अस्पतालों व मेडिकल दुकानों पर भी काम कर चुका है। कोविड की दूसरी लहर शुरू होने से पहले भी ये रेमडेसिविर की कालाबाजारी कर चुका।

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