- नगर निगम की टैक्स बढ़ोतरी के खिलाफ आम लोग और राजनीतिक दल उतरे मैदान में
नगर निगम की टैक्स बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस-भाजपा और आम आदमी पार्टी मैदान में आ गई है। कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला, जीतू पटवारी, शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, फौजिया शेख अलीम निगमायुक्त से मिले और कहा कि यह सीधी लूट है। महंगाई और कोरोना काल से लोग पहले ही परेशान हैं। ये बढ़ोतरी उन पर बोझ बढ़ाएगी। नेताओं ने शाम को लोगों से अपील की कि वे ये टैक्स जमा नहीं करें।
शुक्ला ने बताया कि इसके विरोध में गुरुवार सुबह 9 बजे बड़ा गणपति से जनजागरण यात्रा निकालेंगे। कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा, अश्विन जोशी, शेख अलीम, चिंटू चौकसे, अमन बजाज और अखिलेश जैन गोपी ने इस बढ़ोतरी को जनता पर मार बताकर तुरंत वापस लेने की मांग की है। राजेश चौकसे, अनिल यादव, अमित चौरसिया ने कहा कि निगम अफसर मनमाने फैसले ले रहे। आम आदमी पार्टी आज करेगी प्रदर्शन- आम आदमी पार्टी गुरुवार दोप. 12.30 बजे निगम कार्यालय पर प्रदर्शन करेगी।
भाजपा नेता बोले- नई परिषद करे फैसले
टैक्स बढ़ोतरी के विरोध में पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा उतरे। उन्होंने मुख्यमंत्री को ई-मेल कर कहा कि अभी निर्वाचित परिषद नहीं है, प्रशासक और निगमायुक्त को ऐसे फैसले नहीं लेना चाहिए। पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने मामले पर गुवाहाटी से ही सीएम और नगरीय प्रशासन मंत्री से चर्चा की और तत्काल निर्णय वापस लेने की बात रखी।
वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे ने टैक्स बढ़ोतरी को अव्यावहारिक बताया और नगरीय प्रशासन मंत्री से बात कर फैसले को तुरंत वापस लेेने को कहा। वरिष्ठ नेता गोविंद मालू ने इसे स्थगित करने और नई परिषद में चरणों में लागू करने का सुझाव दिया। एमआईसी के पूर्व सदस्य सुधीर देड़गे, भाजपा नेता सुमित मिश्रा, प्रदेश वार्ताकार जेपी मूलचंदानी ने निगम के फैसले को गलत बताया।
जलकर बढ़ोतरी का विरोध...सोशल मीडिया पर इस तरह चले मैसेज
1. कचरे और पानी के मामले में निगम के हो रहे जमकर कचरे, लोगों की आंखों से निकल रहा आज दिनभर से पानी 2. चाणक्य नीति अनुसार कर निरूपण आम व्यक्ति की आंख से काजल चुराना है, किंतु वर्तमान शासक तो दिनदहाड़े आम जनता की जेब पर डाका डाल रहे हैं। 3. पेट्रोल महंगा, डीजल महंगा, गैस महंगी और जीवन सस्ता...मध्यमवर्गीय को और कितना मारोगे? वह तो रोज ही मर रहा है 4. इंदौर के सभी गणमान्य जनप्रतिनिधियों को ह्रदय से बधाई...बधाई इसलिए कि एक बार पुनः अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों पर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है 5. एक वर्ग जो पहले भी टैक्स नहीं भरता था, वह अब भी नहीं भरेगा। वे पहले 200 बचाते थे, अब उनके 400 बचेंगे।
गौड़ बोलीं- टैक्स बढ़ाने से पहले जनप्रतिनिधियों से बात भी नहीं की, शुक्ला बोले- ये जनता की जेब पर डाका डालने का प्रयास
^कोरोना काल में जनता वैसे ही परेशान है। ऐसे में फिलहाल इस निर्णय को स्थगित करना चाहिए। इस मामले में सीएम से बात करेंगे।
रमेश मेंदोला, विधायक भाजपा
^ इस निर्णय को लेने से पहले अधिकारियों ने किसी जनप्रतिनिधि से बात भी नहीं की। 5 साल की परिषद के दौरान हमने एक बार भी टैक्स में बढ़ोतरी नहीं की।
मालिनी गौड़, पूर्व महापौर व विधायक
^ कोरोना काल में लोग परेशान हैं, कामकाज का संकट है, ऊपर से जनता की जेब पर डाका डाल रहे हैं। ऐसे मनमाने टैक्स तो अंग्रेजों ने भी नहीं लगाए थे।
संजय शुक्ला, विधायक कांग्रेस
^ ये नए तरीके के डाकू आ गए हैं। अधिकारी जो चाह रहे, उस पर प्रदेश सरकार मुहर लगा रही। ये जनता को लूटने का नया दांव खेला है।
सज्जनसिंह वर्मा, पूर्व मंत्री
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