Header Ads Widget

Responsive Advertisement

हादसा या आत्महत्या:कैश वैन में बैठे गार्ड की गन से चली गोली, खोपड़ी के परखच्चे उड़े

 

निजी बैंक में पैसा जमा करवाने वाली कैश वैन के गार्ड की गोली लगने से मौत होगई। गोली उसकी ठोढ़ी से लगकर सिर से निकली। गन का पावर इतना तेज था कि उसकी खोपड़ी के परखच्चे उड़ गए। उसी वक्त वैन में बैठे तीन साथियों पर खून व मांस के छींटे उड़े और वे बाहर भागे। साथियों को अंदेशा है, यह हादसा है, जबकि पिता का कहना है कि वह तनाव में था। हो सकता है गोली मार ली हो। पुलिस को आत्महत्या का अंदेशा है। फिलहाल जांच की जा रही है।

तुकोगंज पुलिस के अनुसार इंद्रप्रस्थ टॉवर के सामने निजी बैंक के बाहर खड़ी कैश वैन में बैठे गौरी नगर निवासी चरण सिंह (40) पिता ईश्वर सिंह चौधरी की गोली लगने से मौत हई। हादसा बुधवार दोपहर 3.20 बजे का बताया जा रहा है। घटना के वक्त मौजूद सुपरवाइजर (कस्टोडियन) अरुण दास ने बताया कि वे रोज की तरह इंद्रप्रस्थ टॉवर के सामने स्थित बैंक में कैश लोड करने गए थे। अरुण बैंक से लौटे तब वैन में गार्ड चरण सिंह, राजवीर सिंह गुर्जर, लोडर रितेश सुमन और ड्राइवर अनिल दास बैठे थे। अरुण वैन तक पहुंचे, तभी अंदर से धमाके की आवाज आई।

उन्होंने देखा तो वैन में खून और मांस के लोथड़े बिखरे थे। आंदर झांका, तो गार्ड चरण के सिर के परखच्चे उड़ चुके थे। पास में बैठा लोडर रितेश वाकया देख डर गया। वह चिल्लाता हुआ बाहर भागा। फिर साथी गार्ड राजवीर और ड्राइवर अनिल भी बाहर निकले। पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो वहां लोग मोबाइल से वीडियो बना रहे थे। सिपाहियों ने लोगो को हटाया। फिर शव एमवायएच भेजा।

पिता बोले- मकान बेचने के तनाव में था
पुलिस ने परिजन से पूछताछ की, लेकिन ज्यादा कुछ बताया नहीं। उसके तीन बेटे कशिश मोक्ष और आशीष हैं। आशीष अपने दादा के साथ रहता था। पत्नी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी। पिता ने कहा कि बेटा टेंशन में था। वह मकान बेचने को लेकर तनाव में था, लेकिन ये हादसा है कि आत्महत्या ये अभी तय नहीं है। साथियों का भी कहना है कि गन हमेशा लोड ही रखना होती थी। यदि वह तनाव में था, तो दिनभर से रिस्पांस तो देता, लेकिन उसके चेहरे का भाव अलग नहीं था।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ