मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए सभी धर्मगुरुओं, सामाजिक संगठनों, समुदायों, राजनीतिक दलों, जन अभियान परिषद, एनसीसी, एनएसएस आदि के माध्यम से जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए। सभी जिलों में कोरोना के उपचार के लिए बिस्तरों की संख्या यथासंभव बढ़ाई जाए तथा उपचार की उत्कृष्ट व्यवस्थाएँ हों।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना रोकथाम के संबंध में पूर्व में जारी निर्देश यथावत रहेंगे। जिन जिलों में रविवार को लॉक डाउन किया जा रहा था, वहाँ रविवार को ही लॉक डाउन रहेगा। लॉक डाउन का समय जिलों की परिस्थिति अनुसार शनिवार को रात्रि 9 या 10 बजे से सोमवार को प्रातः 6 बजे तक रहेगा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बैतूल, छिन्दवाड़ा, खरगोन एवं रतलाम शहरों में 15 अप्रैल तक समस्त स्कूल एवं कॉलेजों में शिक्षण बंद रहेगा। महाराष्ट्र से आने वाली तथा महाराष्ट्र जाने वाली बसों का आवागमन 15 अप्रैल तक प्रतिबंधित रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की जिलेवार समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे।
*कोरोना संक्रमण में मध्यप्रदेश आठवें स्थान पर*
कोरोना संक्रमण के मामले में तुलनात्मक रूप से देश में मध्यप्रदेश आठवें स्थान पर है। मध्यप्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 17 हज़ार 96 हैं और कोरोना संक्रमण की गत 7 दिनों की औसत पॉजिटिविटी रेट 8.9 प्रतिशत है।
*महत्वपूर्ण निर्देश*
- रंग पंचमी पर गेर, चल समारोह आदि नहीं होंगे।
- नियंत्रित संख्या में साप्ताहिक हाट बाजार लग सकेंगे।
- क्लब, पिकनिक स्पॉट आदि, जहाँ संक्रमण फैलने की आशंका रहती है, बंद रहेंगे।
- दुकानों के सामने गोले अनिवार्य। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर दुकानें सील भी की जा सकेंगी।
- मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना होगा।
- सरकारी दफ्तरों में भी मास्क लगाकर नहीं आने पर अधिकारी/ कर्मचारियों पर जुर्माना।
- महाराष्ट्र की सीमाएँ सील रहेंगी तथा महाराष्ट्र के लिए बसों का संचालन बंद रहेगा।
- कहीं भी कोई मेला आयोजित नहीं होगा।
*भोपाल जिला प्रशासन की पहल*
भोपाल में कोरोना के इलाज के लिए अस्पतालों में बेड क्षमता 4 से 6 हजार है। भोपाल में अनेक धर्मगुरु सार्वजनिक तौर पर वेक्सीन लगवा चुके हैं, जिससे अन्य लोगों को प्रेरणा मिली है। भोपाल में जहाँ दस हजार चालान हुए हैं, वहीं बिना मास्क के घूमने वालों की रोका-टोकी का कार्य भी हो रहा है।
इंदौर, भोपाल,जबलपुर, खरगोन पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर, खरगोन पर विशेष ध्यान दिया जाये। इन स्थानों पर कुछ माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर नियंत्रण करें। भोपाल में 498, इंदौर में 643, जबलपुर में 161 तथा खरगोन में कोरोना के 89 नए प्रकरण आए हैं।
इंदौर में पर्याप्त बेड व्यवस्था
इंदौर के संक्रमित रोगियों में से 90 प्रतिशत घरों में ही आइसोलेशन में हैं। अस्पतालों में पर्याप्त बेडस की व्यवस्था है। इंदौर में होम आइसोलेशन व्यवस्था कारगर सिद्ध हुई है। प्रशासन पूरी तरह सजग और सतर्क है। होम आइसोलेशन में पॉजिटिव रोगियों की देख-रेख करीब 50 चिकित्सक कर रहे हैं।
रतलाम का नवाचार
रतलाम में रेलवे प्रशासन द्वारा नया प्रयोग कर यात्रियों के मोबाइल नंबर लेकर समझाईश देने का कार्य किया जा रहा है। बाहर से आए रेल यात्रियों को फोन कर, आइसोलेट रहने के लिए कहा जा रहा है। रतलाम मंडी में दस हजार मास्क बाँटे गए हैं।
छिन्दवाड़ा की पहल
कलेक्टर छिन्दवाड़ा ने बताया कि जिले में मास्क नहीं लगाने पर 6401 स्पॉट फाइन किए गए हैं। क्राइसेस मेनेजमेंट ग्रुप स्थानीय परिस्थितियों पर लगातार नजर रखे हुए है।,
*जन-जागरूकता का अच्छा असर*
सागर में 39 प्रकरण औसतन आ रहे हैं। जिला मुख्यालय के ही अस्सी प्रतिशत केस हैं। जन-प्रतिनिधियों का अच्छा सहयोग मिला है। उनके साथ निरंतर प्रशासन की बैठकें हो रही हैं।जिले में जन-जागरूकता अभियान का अच्छा असर दिख रहा है।
*वैक्सीनेशन शिविर*
रीवा जिले में पर्याप्त बेड व्यवस्था है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की मॉनिटरिंग फोन से की जा रही है। जिले में वैक्सीनेशन कार्य भी गति से हो रहा है। आगामी तीन अप्रैल को वैक्सीनेशन शिविर भी लगा रहे हैं।
शाजापुर: 80 प्रतिशत होम आइसोलेशन में
शाजापुर में अस्सी प्रतिशत पॉजिटिव रोगी होम आइसोलेशन में हैं। जिले में दो सीसीसी तैयार हैं। ये सीसीसी शाजापुर और शुजालपुर में बनाये गए हैं।
*जुर्माने का असर*
खंडवा में 24 प्रतिशत पॉजिटिव रोगी ही अस्पताल में हैं। खंडवा में मास्क न लगाने पर अब तक 69 लाख रूपये का जुर्माना किया गया है।
*बुरहानपुर उत्तम उदाहरण*
बुरहानपुर में "मेरी होली-मेरे घर" का स्लोगन लोकप्रिय हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महाराष्ट्र से लगा हुआ होने के बाद भी बुरहानपुर जिले में संक्रमण पर अच्छा कंट्रोल किया गया है। उत्तम उदाहरण है, बुरहानपुर।
*झाबुआ में मेडिकल स्टोर संचालकों का सहयोग*
झाबुआ में मेडिकल स्टोर से बुखार, सर्दी, जुकाम की दवाई क्रय करने वाले उपभोक्ताओं के नाम और दूरभाष क्रमांक रिकॉर्ड में लेकर प्रशासन को सूचित किया जा रहा है। इससे रोगियों को ट्रेस करने और उनके बेहतर उपचार में सहयोग मिलेगा।
*रायसेन औद्योगिक क्षेत्र में बढ़े वैक्सीनेशन केंद्र*
रायसेन जिले के औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में दो नए वैक्सीनेशन केंद्र प्रारंभ किए जा रहे हैं। वर्तमान में मंडीदीप में एक ही केंद्र था।
*बड़वानी में ग्रामीण क्षेत्र में एहतियात के निर्देश*
हाल ही में महाराष्ट्र से बड़े पैमाने पर श्रमिक लौटे हैं, जो बड़वानी जिले के ग्रामीण अंचलों में निवासरत हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि इन श्रमिकों को संक्रमण से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरती जाए।
*विकासखंड स्तर पर व्यवस्था*
कलेक्टर बैतूल ने बताया कि ऐसी व्यवस्था की गई है कि विकासखंड स्तर पर भी संक्रमित रोगियों को आवश्यक उपचार और सहायता मिल जाए, ताकि उन्हें जिला मुख्यालय या अन्यत्र जाने की कम से कम आवश्यकता हो।
*ओपन जेल व्यवस्था में कम समय रोकें*
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि राजगढ़ में मास्क का उपयोग न करने वालों को ओपन जेल में रखने की व्यवस्था अच्छी है, उपयोगी भी है, लेकिन ऐसे लापरवाह नागरिकों को एक-दो घंटे की सीमित अवधि तक ही रोका जाए। समझाईश देकर उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया जाए।
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