इंदौर:कलेक्टर मनीष सिह ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के नियंत्रण के लिये इंदौर में सभी संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उपलब्ध संसाधनों का बेहतर प्रबंधन कर बेहतर उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। आवश्यकता के अनुसार बेड, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर आदि संसाधन जुटाने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि आमजन और समाज के सभी वर्गों के सयोग से कोरोना महामारी पर नियंत्रण किया जा सकेगा। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे मास्क का सही उपयोग करें, कोरोना प्रोटोकॉल और कोरोना कर्फ्यू का पूरा पालन स्व अनुशासन से करें।
कलेक्टर मनीष सिंह और डीआईजी मनीष कपूरिया ने आज इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा की। इस अवसर पर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी और महासचिव श्री हेमंत शर्मा भी उपस्थित थे। इस अवसर पर कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने पत्रकारों से संवाद करते हुये इंदौर जिले में कोरोना से निपटने के लिये किये जा रहे प्रबंधों और प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभी कठिन दौर है, चुनौतियां अधिक है, सभी के सहयोग से चुनौतियों का समाना किया जा रहा है। कोरोना का दूसरा चरण पहले की तुलना में अधिक प्रभावशील है। वर्तमान में यहां इंदौर के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों और महाराष्ट्र तक के मरीज इलाज के लिये आ रहे हैं। सभी का इलाज करना हमारा दायित्व है। इसके मद्देनजर दबाव अस्पतालों में अधिक है। चुनौतियों बढ़ गई है। उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा रहा है। इंदौर में जहां पहले गत वर्ष शुरूआत में एक अस्पताल से कोरोना मरीजों का इलाज शुरू किया गया था, वह संख्या बढ़कर अब 83 अस्पताल की हो गई है। बेड की संख्या भी गत वर्ष प्रारंभिक दौर की तुलना में 100 से बढ़कर सात हजार के लगभग हो गई है। बेड की संख्या और बढ़ाने प्रयास किये जा रहे है। राधास्वामी सत्संग परिसर में कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। यहां आवश्यकता पड़ने पर बेड की संख्या सात हजार तक की जा सकेगी। ऑक्सीजन की आपूर्ति बनाये रखने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। औद्योगिक संगठनों और संस्थानों से ऑक्सीजन सिलेंडर लिये जा रहे है। इसके लिये दल भी बनाये गये है। गुजरात और भिलाई आदि स्थानों से ऑक्सीजन मंगाई जा रही है। एक-दो दिन में जाम नगर से लिक्विड ऑक्सीजन के टेंकर भी आ जायेंगे। पीथमपुर में सिलेंडर भरने की व्यवस्था करायी जा रही है। मोरिया स्टील ने 100 सिलेंडर दिये है।
मनीष सिंह ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की व्यवस्था के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे है। उम्मीद है कि कुछ ही दिनों में रेमडेसिविर की भी पर्याप्त व्यवस्था हो जायेगी। उन्होंने बताया कि अलाक्षणिक तथा कम लक्षण वाले मरीजों के उपचार के लिये होम आइसोलेशन की व्यवस्था की गई है। इसके लिये कंट्रोल रूम बनाया गया है। इलाज के लिये 22 टीमे बनाई गई है। होम आइसोलेशन के मरीजों के इलाज की मानिटरिंग के लिये कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। इस अवसर पर डीआईजी मनीष कपूरिया ने कहा कि अभी त्यौहार का समय है, सावधानी और सर्तकता रखने की विशेष जरूरत है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी लोग स्व अनुशासन से कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करते हुये त्यौहार मनाये। स्व अनुशासन रखे। कोरोना कर्फ्यु का पूरा पालन करें।
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