पत्रकारों की मदद के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे - सांसद
इंदौर। फ्रंट लाईन कोरोना वॉरियर्स के रूप में सतत सेवाएं दे रहे पत्रकारों के लिए भी महामारी चुनौती बनी हुई है। ऐसे विषम हालत में काम कर रहे पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल के आग्रह पर जिले के सांसद शंकर लालवानी और जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने पत्रकारों की हरसंभव मदद करने का भरोसा देते हुए प्रशासनिक अधिकारी संतोष टैगोर को मध्यस्थता अधिकारी नियुक्त करने का आश्वासन रविवार को दिया है।
सांसद शंकर लालवानी और जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने इंदौर मीडिया यूनाइटेड नामक अनौपचारिक समूह के पत्रकार प्रतिनिधियों से रविवार को रेसीडेंसी कोठी में मुलाकात की। पत्रकारों द्वारा अपनी समस्या बताये जाने पर सांसद लालवानी ने भरोसा देते हुए कहा कि फील्ड पर काम करने वाले पत्रकार कोरोना आपदा में दिन-रात लगे हुए है। उन्होंने कहा ऐसे सभी साथियों को वर्षो से में जानता हूँ। इन्हे किसी भी प्रकार की असुविधा न हो हम इस हेतु संकल्पित है। पत्रकारों साथियों के प्रतिनिधियों की मांग के अनुसार शीघ्र ही हम एक प्रशासनिक नोडल अधिकारी को नियुक्त करने का प्रयास करेंगे। उधर जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने भी आश्वस्त करते हुए कहा कि इससे पहले भी जिले के प्रशासनिक अधिकारी और अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए नोडल अधिकारी के तौर पर प्रशासनिक अधिकारी संतोष टैगोर समन्वयक की जिम्मेदारी निभा रहे है। टैगोर के माध्यम से हम सुनिश्चित करेंगे की किसी भी पत्रकार के अस्वस्थ होने पर उसे तत्काल चिकित्सा सुविधा मिल सके। सिंह ने कहा इस विकट समय में जन जन तक आवश्यक सूचनाएँ, खबरों को पहुंचाने के नेक काम में जुटे पत्रकारों के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जायेगा।
हाइलाइटेड बॉक्स
हर चुनौती का एक साथ मिलकर करेंगे सामना - टैगोर
पत्रकारों की स्वास्थ्य संबंधी किसी भी आपातकालीन स्थिति में समन्वयक की जिम्मेदारी के लिए प्रस्तावित प्रशासनिक अधिकारी संतोष टैगोर ने कहा कि वे अपना शत प्रतिशत देकर पत्रकार साथियों की हर संभव मदद करेंगे। उन्होंने कहा फिलवक्त वे सुबह छह बजे से रात 2 बजे तक सहयोग के लिए उपलब्ध है। उन्होंने कहा परिस्थितियां प्रतिकूल है फिर भी मिलजुलकर का कोई न कोई हल निकाल ही लेंगे।
सेंटर बॉक्स
पत्रकारों ने बनाया आपात राहत कोष,
दो दिवंगत साथियों के परिजनों को सौंपी राहत राशि
बीते कुछ दिनों में अपने चार पत्रकारों साथियों के निधन से पत्रकारों में शौक की लहर है। 12 से 14 घंटे प्रतिदिन सेवाएं देने वाले पत्रकारों की सेहत पर इन दिनों प्रतिकूल असर देखा जा रहा है। 24 से ज्यादा पत्रकार इन दिनों कोरोना संक्रमित हो चुके है। इन्ही परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए शहर के पत्रकारों ने एक राहत कोष की स्थापना की है। इस राहत कोष का प्रारंभिक उद्देश्य महामारी से लड़ते हुए दिवंगत साथियों के परिवारों को नगद राशि के माध्यम से अविलंब राहत पहुँचाना है। हाल ही में दिवंगत हुए जी एस यादव और राजेश मिश्रा के परिजनों को कोष की स्थापना होने के साथ ही राहत राशि सौंपी जा चुकी है। कोष को मजबूत करने के लिए पत्रकारों के अलावा कई अन्य संगठन और नागरिक सामने आये है। आप भी सहयोग करने के लिए सम्पर्क 7566665225 पर कर सकते है।
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