कोविड मरीजों के लिए खोले गए सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में परिजन परेशान हो रहे हैं। अस्पताल प्रशासन ने परिसर में मरीजों के परिजन के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में परिजन गेट के बाहर दिनभर परेशान हो रहे हैं। परिजन न तो मरीज तक भोजन पहुंचा पा रहे, न उन्हें मरीज के बारे में कोई जानकारी दी जा रही। जबकि अन्य कोविड अस्पतालों में मरीजों तक खाना पहुंचाने के लिए बाकायदा काउंटर बने हुए हैं, जहां परिजन भोजन, नाश्ते के टिफिन आदि रख सकते हैं।
परिजन के कारण इलाज प्रभावित हो रहा था
^मरीज के परिजन के कारण हमारा कार्य प्रभावित हो रहा था। परिजन पूरे अस्पताल में घूमते थे। हमें मरीजों की देखभाल करना और बेहतर परिणाम देना है, इसलिए परिजन को बाहर ही रोका जा रहा है। कर्मचारियों द्वारा खाना और पानी नियमित अंतराल पर पहुंचाया जा रहा हैै।
- सुमित शुक्ला, प्रभारी, सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल
ऐसी परेशानी; कर्मचारी जवाब देने के बजाय बदतमीजी कर रहे
माणिकबाग निवासी निकिता नागवानी ने बताया, मेरे दो रिश्तेदार अस्पताल में भर्ती हैं। बहन की स्थिति गंभीर है। वह आईसीयू में भर्ती है। पूरे अस्पताल परिसर में हमें कहीं भी रुकने नहीं दिया जा रहा। एक-एक व्यक्ति से पूछकर परिजन को बाहर कर रहे हैं। दूसरे अस्पतालों में अटेंडर की ऐसी फजीहत नहीं होती।
गंभीर लापरवाही; बाहर भीड़ के बीच घूमता रहा कोरोना संदिग्ध
अस्पताल प्रशासन की सख्ती के कारण बाहर खड़े परिजन पर भी संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है। शनिवार दोपहर बाणगंगा निवासी एक व्यक्ति अस्पताल के दरवाजे पर आया। हाथ में अरबिंदो हॉस्पिटल के कागज थे। पूछने पर बताया, मैं कोरोना संदिग्ध हूं और मुझे यहां भर्ती होने के लिए भेजा है। थोड़ी देर बाद वह शख्स वापस बाहर इंतजार कर रहे परिजन के बीच जाकर बैठ गया।ऐसी मजबूरी
4 दिन से भर्ती है मां, खाना तक नहीं पहुंचा पाते
राजबाड़ा निवासी महावीर जैन ने बताया, 78 वर्षीय मां चार दिन से भर्ती हैं। रोज खाना देने के लिए यहां आता हूं, लेकिन घंटों इंतजार करना पड़ता है। गेट पर खड़ा गार्ड खाना धूप में रख देता है। कर्मचारियों की जब इच्छा होती है, वे तब खाना ले जाकर मरीज को दे रहे हैं। पीने के पानी की किल्लत है।
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