- सर्वार्थ सिद्धि व अमृत सिद्धि योग में होगा शक्ति का आगमन, शुभ मुहूर्त में होगी घटस्थापना, मंदिरों में सिर्फ पुजारी ही करेंगे पूजन-शृंगार
चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को चैत्र नवरात्रि की शुरुआत मंगलवार से होगी। शक्ति की उपासना के पहले दिन शक्ति का आगमन सर्वार्थ सिद्धि एवं अमृत सिद्धि योग में होगा। इस बार नवरात्रि पूरे नौ दिन होगी और हर दिन माता के अलग स्वरूपों की आराधना की जाएगी। शुभ मुहूर्त में घटस्थापना के साथ यज्ञ-हवन और अनुष्ठान होंगे।
संक्रमण के चलते यह दूसरे साल में तीसरी नवरात्रि हाेगी, जबकि शहर के प्रमुख मंदिर में भक्तों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित होगा। मंदिर के पुजारी ही शृंगार के साथ पूजा-अर्चना कर पाएंगे। 13 से 21 अप्रैल तक चैत्र नवरात्रि रहेगी। 21 अप्रैल को रामनवमी का त्योहार मनाया जाएगा।
अन्नपूर्णा माता मंदिर के जयेंद्रनंद गिरि के मुताबिक नवरात्रि में शतचंडी हवन 13 अप्रैल से शुरू होगा, जिसे 11 पंडितों द्वारा सुबह 9 से 12 एवं दोपहर 3 से 7 बजे तक किया जाएगा। नवमी को पूर्णाहुति होगी। बिजासन मंदिर के सतीश वन गोस्वामी के मुताबिक सुबह 4 बजे घटस्थापना होगी। 6 बजे आरती होगी। इसके बाद दुर्गा सप्तशती के पाठ होंगे।
रात 9 बजे आरती की जाएगी। खजराना स्थित काली माता मंदिर के प्रबंधक गुलशन अग्रवाल ने बताया मंदिर के बाहर से भक्त दर्शन कर पाएंगे। माताजी का पूरा शृंगार मंदिर प्रबंधन की तरफ से ही किया जा सकेगा। खास बात यह है कि मुख्य सड़क से भी माताजी के दर्शन हो सकेंगे।
पिछली दो नवरात्रि की तरह इस बार भी घर बैठे करें मां के दर्शन
बैसाखी : घर में रहकर करेंगे अरदास
सिख समाज बैसाखी का पर्व सादगी से घर में रहकर मनाएगा। समाजजन सिख पंथ के एेतिहासिक स्थलों के माध्यम से प्रसारित कार्यक्रमों को देखेंगे। गुरुद्वारा कलगीधर महाराज मरीमाता चौराहा के अध्यक्ष मनमोहनसिंह सैनी व सचिव डॉ. गुरविंदर सिंह गिल ने बताया इस बार गुरमत समागम नहीं होगा। खालसा पंथ के स्थापना दिवस को सभी समाजजन घर में रहकर ही मनाएंगे। गुरु सिंघ सभा के प्रचार प्रमुख देवेंद्रसिंह गांधी ने सिख संगत से अपील की है कि घरों में रहकर ही अरदास करें।
हिंदू नववर्ष : घर से ही दें सूर्य को अर्घ्य
हिंदू नवसंवत्सर 2078 की शुरुआत चैत्र प्रतिपदा पर 13 अप्रैल को होगी। राजबाड़ा पर सामूहिक अर्घ्य नहीं होगा। महाराष्ट्र समाज राजेंद्र नगर और तरुण मंच द्वारा राजेंद्र नगर में निकाली जाने वाली यात्रा इस बार नहीं निकाली जाएगी। अध्यक्ष सुनील धर्माधिकारी ने बताया सामूहिक भागीदारी वाले आयोजन नहीं होंगे। सेल्फी फोटो विथ गुड़ी प्रतियोगिता ऑनलाइन होगी। सुखलिया मराठी मंडल द्वारा आयोजित सांस्कृतिक आयोजन भी इस बार नहीं होंगे।
गुड़ी पड़वा : द्वार पर बांधेंगे विजय पताका
महाराष्ट्रीयन समाज गुड़ी पड़वा मनाएगा। सर्व मराठी भाषी सेवा संघ के अध्यक्ष नितिन सूर्वे ने बताया इस मौके पर घर के द्वार पर गुड़ी रूपी विजय पताका बांधी जाएगी। साथ ही घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों से वंदनवार सजाकर रंगोली सजाई जाएगी। गुड़ी बांधने से घर से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। घर में सुख-समृद्धि आती है। गुड़ी को पूरनपोली और श्रीखंड का भोग लगाया जाता है।
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