महू निवासी मुंबई आरसीएफ में असिस्टेंट कमिश्नर अक्षय उपाध्याय पिता को प्लाज्मा देने इंदौर आए। 19 अप्रैल को उन्हें पता चला कि पिता कोविड संक्रमित हैं। 20 अप्रैल को पिता को भर्ती करवाया। न्यूरोसर्जन डॉ. दीपक कुलकर्णी को पता लगा कि अक्षय खुद कुछ दिन पहले संक्रमित हुए थे। 9 अप्रैल को ही उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। रविवार को उनके पिता को डिस्चार्ज भी कर दिया गया।
रविवार शाम को ही एक अन्य मरीज को प्लाज्मा की जरूरत पड़ी। डॉ. कुलकर्णी ने अक्षय से बात की और प्लाज्मा डोनेशन के लिए पूछा। वे तैयार हो गए। वे बताते हैं मुंबई में एक एनजीओ “प्राण’ कार्यरत है जो देशभर में प्लाज्मा डोनेशन के लिए काम करता है। मैं उनसे जुड़ा हूं। हमने मुंबई में कई लोगों के प्लाज्मा डोनेट करवाया है।
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