इंदौर: मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. संक्रमितों को इलाज के लिए बेड मिल सके, इसके लिए पश्चिम रेलवे की तरफ से पिछले वर्ष इंदौर में ट्रेनों के कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदला गया था. बावजूद इसके एक भी कोच में अभी तक मरीजों को भर्ती नहीं किया गया जा रहा है. जबकि इंदौर जिले में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.
पश्चिम रेलवे के पीआरओ, जितेंद्र कुमार जयंत ने बताया कि ट्रेन के 78 कोच को पिछले वर्ष ही आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कियाल गया था. उसके बाद से ही ये आइसोलेशन वार्ड रेलवे के लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन और पलया स्टेशन पर ही हैं. जबकि रेलवे द्वारा इस आइसोलेशन वार्ड को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को ऑफिशियल हैंड ओवर भी कर दिया गया है. इन कोचों में ऑक्सीजन की भी व्यवस्था की गई है. लेकिन अब तक जिला प्रशासन की ओर से हमसे आइसोलेशन वार्ड की मांग नहीं की गई है.
जितेंद्र कुमार जयंत ने बताया कि कोच के प्रत्येक कैबिन में दो बेड हैं. इस प्रकार एक डब्बे में 18 मरीजों को रखा जा सकता है. कोच में आइसोलेशन वार्ड की तरह तीन डस्टबिन भी रखे गए हैं. साथ प्लास्टिक के पर्दे लगे हैं और ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए क्लैंप भी हैं.
आपको बता दें कि शनिवार को इंदौर में 1813 नए कोरोना मरीज मिले हैं, यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 99,925 हो गई है. इंदौर में शनिवार को 7 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है. अब तक जिले में 1092 मरीजों की मौत हो चुकी है. जिले में अब तक 86,212 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 12,621 कोरोना मरीज एक्टिव हैं.
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