रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में गिरफ्तार यूथ कांग्रेस नेता प्रशांत पाराशर ने सुनील मिश्रा से जो नकली इंजेक्शन खरीदे थे, उन्हें लगाने से भी दो लोगों की मौत हुई है, वहीं दो अन्य अस्पताल में भर्ती हैं। एक को आंख में इंफेक्शन बढ़ा है, दूसरा वेंटिलेटर पर है।
इधर पुलिस ने गुरुवार देर रात रिमांड पर चल रहे आरोपी प्रशांत पाराशर और इंदौर में सूरत से इंजेक्शन लाकर बेचने वाले आरोपी सुनील मिश्रा को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ की। सुनील ने प्रशांत को देखते ही उसे 100 इंजेक्शन बेचने की बात कही।
वहीं प्रशांत ने पहले पुलिस को 76 इंजेक्शन ही खरीदना बताए थे, लेकिन सुनील के सामने आने के बाद वह सकपका गया और 100 इंजेक्शन लेने की बात स्वीकार ली। उसने कबूला कि नकली इंजेक्शन 6100 व कुछ 4800 रुपए के भाव से खरीदे थे, जिसे उसने 24 हजार रुपए में बेचा।
जब खुलासा हुआ कि ये इंजेक्शन नकली हैं तो पकड़े जाने के डर से प्रशांत ने 30 इंजेक्शन बेतवा नदी में बहा दिए थे। वहीं दो नकली इंजेक्शन घर से बरामद हुए थे।
गौरतलब है कि यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने महामारी में लोगों की मदद के लिए युवा नेताओं का एक विशेष ग्रुप बनाया था, लेकिन इस ग्रुप को प्रशांत ने कमाई का जरिया बना लिया था और सुनील से खरीदे नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन ऊंचे दाम में बेचने लगा था।
सारंगपुर के सरपंच परिवार के सदस्य व भोपाल में वृद्धा की मौत
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि यूथ कांग्रेस के नेता प्रशांत पाराशर ने अपने ग्रुप की आड़ में सारंगपुर के सरपंच परिवार से जुड़े युवराज पाल को 12 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन 72 हजार रुपए में दिए थे। ये इंजेक्शन युवराज ने अपने बीमार ससुर प्रहलाद सिंह और जीजा ईश्वर सिंह को लगवाए थे।
इंजेक्शन नकली होने से प्रहलाद सिंह की तो इंफेक्शन फैलने से मौत हो गई, लेकिन ईश्वर सिंह अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें आंखों में इंफेक्शन हुआ है।
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन से भोपाल की वृद्धा की भी जान चली गई थी
इसी तरह भोपाल की वृद्धा गिरजा बाई के लिए उनके नाती अभिषेक परमार ने प्रशांत से इंजेक्शन की मांग की थी तो उसे प्रशांत ने आठ हजार के भाव से तीन इंजेक्शन 24 हजार रुपए में बेचे थे, लेकिन इस इंजेक्शन को लगाने के बाद गिरजा बाई की भी जान नहीं बची।
यही नहीं, दिल्ली के अभिषेक सोनी के लिए उनके परिवार से विदिशा के रहने वाले गौरव जौहरी ने आठ रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रशांत से 9 हजार के भाव से लेकर 72 हजार रुपए में खरीदे और दिल्ली भेजे थे। ये नकली इंजेक्शन अभिषेक को लगे तो उसकी भी इंफेक्शन कंट्रोल नहीं हुआ। वह अभी वेंटिलेटर पर है।
नकली इंजेक्शन लगाए जाने से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी
एसपी आशुतोष बागरी के मुताबिक, आरोपी प्रशांत ने समाज सेवा की आड़ में 100 इंजेक्शन में से 64 इंजेक्शन ऊंचे दाम पर बेचे हैं। 6 इंजेक्शन इससे बरामद हुए हैं। शेष 30 इंजेक्शन ये नदी में बहा चुका है। इसी के लिए इसका दोबारा रिमांड लिया था।
इधर रिमांड पर चल रहे सूरत के ड्रग माफिया कौशल वोरा, पुनीत शाह, सुनील मिश्रा व कुलदीप सांवलिया के बैंक खातों की भी जानकारी जुटाई जा रही है। कुछ लोगों से इनके पेटीएम और ई ट्रांजेक्शन होने भी मिले हैं। दो नई मौत की जानकारी सामने आने के बाद अब तक नकली इंजेक्शन लगाए जाने से 12 लोगों की मौत की जानकारी पुलिस तक पहुंच चुकी है।
कालाबाजारी में जिला स्वास्थ्य अधिकारी के ड्राइवर को भी जेल भेजा
रेमडेसिविर की कालाबाजारी में गिरफ्तार जिला स्वास्थ्य अधिकारी के ड्राइवर पुनीत अग्रवाल को शुक्रवार को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया। विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी के मुताबिक, रिमांड खत्म होने के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया था।
टीआई के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ भंवरकुआं थाने में उधार नहीं चुकाने की शिकायतें की गई हैं। आरोपी ने जिस बंटी नाम के व्यक्ति से इंजेक्शन खरीदना बताया है, उसकी कॉल डिटेल निकाली जा रही है।
0 टिप्पणियाँ