सूरत से नकली इंजेक्शन लाकर मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों में बेचने वाले मुनाफाखोर पुलिस की गिरफ्त में आते जा रहे हैं। कुछ पहले विजय नगर थाना पुलिस ने छापामारी कार्रवाई में दवा बाजार के कुछ व्यवसायियों को गिरफ्तार किया था। इनकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों की भी धरपकड़ जारी है।
विजय नगर पुलिस ने मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्त में लिया है। गुरुवार को पकडे गए आरोपियों की निशानदेही पर इंदौर के समीप सांवेर के डॉक्टर सरवर खान और प्रशांत पाराशर को गिरफ्तार किया है। शहर में जितने भी आरोपी पकड़े गए हैं। वो सभी दलाल सुनील मिश्रा और दवा व्यवसायी गोविंद गुप्ता के संपर्क में थे। वह नकली इंजेक्शन बिकवाते थे।
टीआई तहजीब काजी के पुलिस को सुनील मिश्रा से बीना निवासी प्रशांत पाराशर भी नकली इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त है। प्रशांत पाराशर भोपाल में रहता था। सब इंस्पेक्टर की तैयारी कर रहा था। बुधवार रात टीम ने दबिश देकर भोपाल से पकड़ लिया है। पुलिस को पराशर ने यह भी बताया, उसने मिश्र से 100 इंजेक्शन लिए थे और 66 बेचने के बाद जब उसे पता लगा, तो उसने 34 इंजेक्शन नदी में फेंक दिए।
गुजरात से प्रोडक्शन वारंट पर लाएंगे जल्द
कालाबाजारी के रैकेट में कौशल और पुनीत दोनों अभी गुजरात पुलिस की हिरासत में हैं। दोनों ही आरोपी 20 और 21 अप्रैल के समय इंदौर आए थे। उन्होंने आरोपी चीकू को, तो इंजेक्शन दिए थे। एरोप्लेन अभी तक प्रदेश में कहां-कहां पर यह नकली इंजेक्शन दिए हैं, इसकी पूछताछ के लिए इंदौर पुलिस जल्द उन्हें गुजरात से लाएंगे। सूत्रों ने बताया कि आरोपी 6 इंजेक्शन का सेट 35000 रुपए में बना कर देते थे।
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