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2020 में राहत पैकेज:अमेरिका में नौकरियां घटीं...साथ ही आर्थिक कठिनाइयां भी

 

  • अमेरिकियों की गरीबी तक कम हो गई, नगद सहायता ने हर वर्ग को फायदा पहुंचाया, महामारी के दौरान कई खर्चे बचे

कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया के समान अमेरिकियों की निजी आर्थिक स्थिति पर असर डाला है। जिन लोगों की नौकरी चली गई उनकी दिक्कतें ज्यादा थीं। हर परिवार को अलग परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर किसी सामूहिक अनुभव का बयान करना मुश्किल है। लेकिन, एक नई रिपोर्ट में पाया गया है कि कुल मिलाकर अमेरिकियों ने 2019 के मुकाबले 2020 में कम तकलीफों का अनुभव किया है। लोगों की आर्थिक कठिनाइयों को दूर करने में केंद्र सरकार के राहत उपायों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अर्बन इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट में पाया गया कि दिसंबर 2019 और दिसंबर 2020 के बीच अमेरिकी वयस्कों में खाद्य असुरक्षा 24% से गिरकर 20.5 % हो गई।

इलाज का खर्च देने में मुश्किल 19% से घटकर 15% पर पहुंच गई। रिपोर्ट के लेखकों में शामिल इंस्टीट्यूट में सीनियर रिसर्च एसोसिएट माइकेल कार्पमैन का कहना है, हम केंद्र सरकार के राहत उपायों को अन्य कारणों से अलग रखकर नहीं देख सकते हैं। 2020 में भारी आर्थिक गिरावट और भीषण बेरोजगारी के बीच ऐसी स्थिति आश्चर्यजनक है।

रिपोर्ट में बताया गया कि कम पैसा कमाने वाले कुछ कामगारों को बेरोजगारी भत्ते के जरिये इतनी मदद मिली है जितनी उन्हें रोजगार मिलने पर हासिल नहीं हो सकती थी। अधिक आमदनी वाले परिवारों और उन लोगों को भी नगद पैसा मिला जो बेरोजगार नहीं हुए हैं। शिकागो यूनिवर्सिटी के गरीबी ट्रैकर ने दर्शाया कि पिछले साल दो बार नगद पैसा मिलने के बाद गरीबी के स्तर में गिरावट आई थी। हालांकि, बाद में फिर बढ़ गई। महामारी से पहले की तुलना में अमेरिकियों की आर्थिक हालत सुधरी है। आर्थिक विश्लेषण ब्यूरो के अनुसार अमेरिका में निजी बचत दर 2019 में 7.5% के उच्च स्तर पर थी। यह मार्च 2020 के बाद 12.5% से नीचे नहीं आई है।

महामारी के कारण मनोरंजन, यात्रा, स्कूल-कॉलेजों के अतिरिक्त खर्च सहित कुछ अन्य खर्च भी बचे हैं। हालांकि, रिपोर्ट बताती है कि सब कुछ अच्छा भी नहीं है। 2020 में नौकरी गंवाने वाले तीन में से एक व्यक्ति को किसी सहायता कार्यक्रम से खाना मिला है। दिसंबर 2020 में पिछले साल के मुकाबले 90 लाख कम वयस्क नौकरी कर रहे थे। नौकरियां गंवाने वाले कई परिवारों के सामने मुश्किल स्थितियां हैं।

40 लाख करोड़ रु का पैकेज

महामारी के बाद अमेरिकी फेडरल सरकार राहत पैकेज के तहत 40 लाख करोड़ रुपए से अधिक सहायता दे चुकी है। बेरोजगारी बीमा भत्ता, किराया माफी के साथ नगद पैसे दिए गए हैं। इन उपायों से उन परिवारों को सबसे अधिक सहारा मिला है जो महामारी से पहले भी तंगहाली में जिंदगी गुजार रहे थे।

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