- कोरोना ने जिंदगी को बेपटरी करने के साथ ही परंपराओं को भी बदल कर रख दिया है। मृत्यु के बाद शोक संतप्त परिवाराें ने मृत्युभोज के नाम पर हाेने वाले फिजूल खर्च भी बंद कर दिया है। बड़ाेदिया के पाटीदार परिवार ने मृत्युभाेज निरस्त कर यह राशि अस्पताल, मंदिराें व गाेशाला में दान कर दी।
हालांकि कार्यक्रम सीमित भी कर सकते थे, लेकिन परिवार व रिश्तेदार में काेई संक्रमित नहीं हाे इसके लिए कार्यक्रम निरस्त कर दिया।गांव बड़ाेदिया की रंबाबाई पति सुखराम पाटीदार घाटीवाले की माैत हाे गई थी। परिवार ने मृत्युभाेज का कार्यक्रम घर में ही परिवार के बीच किया। बेटे हरिराम पाटीदार एवं मंटूलाल पाटीदार ने मृत्युभाेज के निमित्त सरदारपुर के शासकीय अस्पताल के लिए 1 लाख 34 हजार रुपए के चार एसपी खरीद कर दिए।
गणेश गाेशाला भाेपावर, नरसिंह देवला मंदिर, श्रीराम मंदिर दसई व काेटेश्वर धाम काेद में क्रमश : 21-21 हजार रुपए दिए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दसई, फुलगांवड़ी गाेशाला, श्री इच्छापूर्ण हनुमान मंदिर दसई, अमझेरा गाेशाला, श्री गाेपाल कृष्ण गाेशाला दसई, चालनी गाेशाला व काेटेश्वर धाम निरसपुर में क्रमश: 11-11 हजार रु. की राशि दान की।
परिवार ने कुल 2.95 लाख रु. राशि दान की गई। अस्पताल में एसी वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एमएल जैन, संजय सिंगार व सोहन पाटीदार को परिवार के पारस पाटीदार, जीवन पाटीदार, पंकज पाटीदार ने उपलब्ध कराई। डॉ. जैन ने दानदाता परिवार का आभार व्यक्त किया।
पगड़ी के कार्यक्रम में दान की राशि
राजोद| मीडियाकर्मी नंदराम नायमा की माताजी सरजुबाई का रविवार को पगड़ी कार्यक्रम हुआ। परिवार ने धाकड़ धर्मशाला उज्जैन, शनि मंदिर, धाकड़ विद्यापीठ धारसीखेड़ा में राशि दान की। परिवार के भंवरलाल, राजेश, विजय, प्रेमनारायण आदि माैजूद थे।
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