- गांवों के 25% कोरोना मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे शहर के अस्पतालों में
- मार्च में गांवों में औसत 70 मरीज ही हर दिन मिल रहे थे
कोरोना काल में संक्रमण शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी फैल रहा है। मार्च में औसतन यहां 70 मरीज मिल रहे थे, लेकिन अब करीब चार गुना होते ही ढाई सौ से ज्यादा हर दिन हो गए हैं। सबसे ज्यादा हालत महू तहसील की खराब है, यहां पर हर दिन 150-200 मरीज आ रहे हैं।
सांवेर में हर दिन औसतन 70-80 मरीज मिल रहे हैं और देपालपुर में भी 40 मरीज हर दिन मिल रहे हैं। महू में अप्रैल माह में ही ढाई हजार से ज्यादा, सांवेर में 1100 तो देपालपुर में 450 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं।
अब स्थानीय स्तर पर कोविड केयर सेंटर बना रहा प्रशासन
प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिबंध लगाने के साथ वहां पर स्थानीय स्तर पर कोविड केयर सेंटर बनाकर मरीज को आइसोलेट करने और अलग से उपचार करने पर काम कर रहा है। छोटी पंचायत पर 20 बेड का तो बड़ी पंचायत में 50 बेड का और नगर परिषद में 100 से 150 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। मंत्री तुलसी सिलावट और सांसद शंकर लालवानी ने इसे लेकर प्रशासन की बैठक में और निर्देश दिए कि शुरुआती स्तर पर ही मरीज की पहचान कर उसे आइसोलेट किया जाए। अब ध्यान 18 साल से अधिक उम्र वालों के वैक्सीनेशन पर दिया जाएगा।
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