शहर में अकेले रह रहे सीनियर सिटीजन की मदद के लिए काम करने वाले पुलिस के सत्यकाम वॉलेंटियर्स अब कोरोना महामारी में जरूरतमंदों को दो वक्त का भोजन भी पहुंचा रहे हैं। शहर की कई गरीब बस्तियों में के साथ खुले में गुजर-बसर करने वाले बेसहारा बच्चों और बुजुर्गों के लिए रोजाना सत्यकाम लंगर के वॉलेंटियर्स भोजन पैकेट तैयार करके उन्हें बांट रहे हैं। इस सेवा से खुश होकर कई बुजुर्गों ने पत्र भेजकर अपना आभार माना है। वहीं एसपी पश्चिम महेशचंद जैन द्वारा भी ऐसे परिवारों को घर से खिचड़ी के पैकेट तैयार कर पहुंचाए जा रहे हैं।
सत्यकाम लंगर... महामारी में जरूरतमंद और बेसहारा लोगों के लिए बने भूख मिटाने का सहारा
एरोड्रम के सत्यकाम वॉलेंटियर संजय तिवारी बताते हैं कि छोटा बांगड़दा इलाके में दो बच्चों के साथ अकेली रह रही एक विधवा महिला को दो समय का भोजन सत्यकाम लंगर से पहुंचता है। वहीं बिजासन माता मंदिर के नीचे पुराने एयरपोर्ट के पास दीवार से आसरा बनाकर रह रही बुजुर्ग महिला राजू बाई को सप्ताहभर के लिए राशन किट की व्यवस्था की। कालानी नगर की एक सीनियर सिटीजन महिला सत्यवती तोमर, जो अकेली रहती हैं। उनकी तबीयत खराब होने पर रात में वॉलेंटियर्स की टीम ने अस्पताल पहुंचाकर उनका इलाज करवाया।
करीब दो दर्जन से ज्यादा बुजुर्गों को खुद के वाहन से ले जाकर टीके भी लगवाए। लंगर के संयोजक जुगल किशोर ने बताया कि शहर में 200 से ज्यादा वॉलेंटियर रोजाना हर सीनियर सिटीजन की सेवा नि:स्वार्थ भाव से कर रहे हैं।
सीनियर सिटीजन के रोज 300 से ज्यादा कॉल अटेंड करते, उन्हें दवाई व जरूरी सामान पहुंचाते हैं
एएसपी प्रशांत चौबे बताते हैं कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते कई सीनियर सिटीजन ऐसे थे जिन्हें उनके परिजन चाहकर भी मदद के लिए न तो मिल पा रहे थे ना ही उन तक सेवा के लिए पहुंच पा रहे थे।
कुछ परिवार कोविड की चपेट में आने से भी अपनों से दूरी बना चुके थे। ऐसे 70 सीनियर सिटीजन को शहर के अलग-अलग हिस्सों में चिह्नित किया । रोजाना सीनियर सिटीजन के 300 कॉल हमारे वॉलेंटियर अटेंड करते हैं। उन्हें दवा, फल-सब्जी सहित जरूरी सामान पहुंचाते हैं।
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